नयी दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर में एक बार फिर लोगों का सांस लेना मुश्किल हो गया है. दो दिन हवा के कुछ ठीक रहने के बाद गुरुवार को एक बार फिर प्रदूषण का स्तर बेहद खराब स्थिति में आ गया है. अशोक विहार में पीएम 2.5 का स्तर 410 पर पहुंच गया, वहीं बवाना में यह 405 दर्ज किया गया.आइटीओ, लोधी रोड, जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम, मंदिर मार्ग, जहांगीर पुरी में भी हालात बहुत खराब रहे. एनसीआर में नोएडा और गाजियाबाद में भी स्थिति बदतर के स्तर पर पहुंचती दिखी. इंदिरापुरम में पीएम 2.5 का एक्यूआइ स्तर 411 दर्ज किया गया. वहीं, नोएडा में यह 389 और ग्रेटर नोएडा में यह 403 दर्ज किया गया.गाजियाबाद लोनी के हालात और भी खराब रहे. यहां पर एक्यूआइ का स्तर 411 पहुंच गया. खराब हवा के कारण लोगों की तकलीफें लगातार बनी हुई हैं. मौसम का पूर्वानुमान लगाने वाली संस्था स्काइमेट के अनुसार, दक्षिण हिमालय के क्षेत्र में बदल रहे मौसम के चलते हवा की रफ्तार राजधानी और आसपास के इलाकों में कम रहेगी, जिसके चलते प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ेगा. स्काइमेट के अनुसार, यह स्थिति आने वाले दिनों में और भी खराब हो सकती है.दिल्ली में पानी को लेकर शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. गुरुवार दोपहर दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी 500 जगहों से एकत्र किया हुआ पीने का पानी लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर पहुंचे.उनके साथ दिल्ली विधानसभा में नेता विपक्ष विजेंद्र गुप्ता, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश उपाध्याय भी मौजूद थे. पानी की जांच से पहले दिल्ली की सड़कों पर अरविंद केजरीवाल के खिलाफ पोस्टर लगाये गये हैं. इसमें उनसे पानी से संबंधित सवाल पूछे गये हैं. पोस्टर किसने लगाये हैं, यह फिलहाल साफ नहीं है. पोस्टर में दिल्ली जल बोर्ड के चेयरमैन यानी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से पूछा गया है कि अगर दिल्ली का पानी साफ है तो पिछले चार सालों में डायरिया (दस्त) और हैजे के रोगी बढ़ क्यों गये हैं.