8 दिन बीत जाने के बाद भी मासूम अंकित का कोई सुराग नहीं, अपहरण कि आशंका से सहमें परिवार
राष्ट्र संवाद (ब्यूरो चीफ)बेगूसराय अशोक कुमार ठाकुर
बिहार के बेगूसराय जिले से एक बड़ी खबर सामने आ रही है, जहां एक तीन वर्षीय बच्चे के अपहरण का मामला सामने आया है। हालांकि पुलिस के अनुसार अभी तक अपहरण के मामले की पुष्टि नहीं हुई है। लेकिन पुलिस सभी बिंदुओं पर छानबीन कर रही है। पूरा मामला नगर थाना क्षेत्र के हररख वार्ड 12 का है। उक्त मामले में एक तरफ जहां परिजन अपने बच्चों के अपहरण से चिंतित हें ।तो वही पुलिस ने भी बच्चों की बरामदगी के लिए एड़ी चोटी एक कर दी है। लेकिन, तकरीबन 8 दिन बीत जाने के बाद अभी तक पुलिस को कोई सफलता नहीं मिल पाई है।
मिली जानकारी के अनुसार नवादा जिले के रहने वाले गोरेलाल कुमार अपनी पत्नी के साथ हररख वार्ड 12 के एक लॉज में रहते हें।और इडली सांभर बेचकर अपने परिवार का भरण पोषण करते हें। पीड़ित ने बताया बताया कि पिछले 20 नवंबर को उनका 3 वर्षीय पुत्र पड़ोस के बच्चों के साथ खेल रहा था। लेकिन, शाम होने के बाद पड़ोसी सभी बच्चे वापस आ गए लेकिन उनका पुत्र अंकित राज वापस नहीं आया। तब परिजनों के द्वारा खोजबीन की गई लेकिन उन्हें कोई सफलता नहीं मिल पाई।
परिजनों के अनुसार वह पिछले दो महीने से हररख निवासी मंतोष चौधरी के मकान में किराए पर रहते हें।और घूम-घूम कर इडली सांभर बेचकर अपने परिवार का भरण पोषण करते हें ।उनकी किसी से कोई दुश्मनी भी नहीं है और वह 21 नवंबर को वापस घर जाने वाले थे। लेकिन, 20 नवंबर को ही उनका 3 वर्षीय अंकित कुमार गायब हो गया। बच्चों की मां एवं पिता ने अपहरण की आशंका जताई है एवं नगर थाने में मामला भी दर्ज करवाया है।
फिलहाल पुलिस के द्वारा सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है लेकिन अभी तक कोई सफलता हासिल नहीं हो सकी है। इस बीच परिजनों के द्वारा जगह-जगह पर्चे चिपका कर भी बच्चे की तलाश की जा रही है। वहीं दूसरी ओर परिवार के सभी लोगों का इकलौते पुत्र के खो जाने की वजह से रो-रो कर बुरा हाल है।
वहीं इस मामले को लेकर पुलिस ने भी कहा है कि इलाके में लगे सभी सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को खंगाल जा रहा है। लेकिन, अब तक बच्चों के अपहरण के संबंध में कोई साक्ष्य प्राप्त नहीं हुआ है। पुलिस के द्वारा पीड़ित के संबंधी एवं लॉज में रहने वाले अन्य लोगों से पूछ ताछ के साथ-साथ सभी तकनीकी एवं गैर तकनीकी तरीके से अनुसंधान की जा रही है. पुलिस का दावा है कि जल्दी बच्चे को सुरक्षित वापस प्राप्त कर लिया जाएगा. वही देखा जाए तो बेगूसराय में अपहरण का अपना एक अलग इतिहास रहा है। अगर अंकित राज की बरामदगी नहीं हो पाती है और अपहरण से संबंधित कोई मामला सामने आता है तो यह कहा जा सकता है कि बेगूसराय एक बार फिर काले इतिहास के साथ लोगों के सामने प्रस्तुत होगा और आने वाले दिनों में लोगों की चिंताएं भी बढ़ेगी।