Close Menu
Rashtra SamvadRashtra Samvad
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Rashtra SamvadRashtra Samvad
    • होम
    • राष्ट्रीय
    • अन्तर्राष्ट्रीय
    • राज्यों से
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
      • ओड़िशा
    • संपादकीय
      • मेहमान का पन्ना
      • साहित्य
      • खबरीलाल
    • खेल
    • वीडियो
    • ईपेपर
      • दैनिक ई-पेपर
      • ई-मैगजीन
      • साप्ताहिक ई-पेपर
    Topics:
    • रांची
    • जमशेदपुर
    • चाईबासा
    • सरायकेला-खरसावां
    • धनबाद
    • हजारीबाग
    • जामताड़ा
    Rashtra SamvadRashtra Samvad
    • रांची
    • जमशेदपुर
    • चाईबासा
    • सरायकेला-खरसावां
    • धनबाद
    • हजारीबाग
    • जामताड़ा
    Home » बहुभाषीय साहित्यिक संस्था सहयोग की रजत जयंती धूमधाम से संपन्न
    Breaking News जमशेदपुर झारखंड

    बहुभाषीय साहित्यिक संस्था सहयोग की रजत जयंती धूमधाम से संपन्न

    Nijam KhanBy Nijam KhanJune 23, 2024No Comments3 Mins Read
    Share Facebook Twitter Telegram WhatsApp Copy Link
    Share
    Facebook Twitter Telegram WhatsApp Copy Link

    बहुभाषीय साहित्यिक संस्था सहयोग की रजत जयंती धूमधाम से संपन्न

    कार्यक्रम की अध्यक्षता डीबीएम एस के ट्रस्टी श्री बी चंद्रशेखर ने की।
    उक्त समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शहर के सुप्रसिद्ध समाज सेवी साहित्यप्रेमी श्री शिवशंकर सिंह ने कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई, वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री प्रसेनजीत तिवारी, मानद सचिव-तुलसी भवन, ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
    सहयोग के सहृदय अभिभावक डॉ. सी. भास्कर राव जी की उपस्थिति से समारोह का मंच सुशोभित होता रहा।
    कार्यक्रम का शुभारंभ सर्वप्रथम सहयोग गीत के साथ हुआ।
    अतिथियों का सम्मान, शॉल, स्मृतिचिन्ह एवम पुष्पगुच्छ से किया गया। इनके सम्मान में सभागार तालियों से गूंजने लगा।
    अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ ही अतिथियों का स्वागत सहयोग की अध्यक्ष डॉ मुदिता चंद्रा ने अपने सुललित शब्दों से किया।
    सहयोग की अध्यक्ष डॉक्टर मुदिता चंद्रा के भाषण ने सभागार में उपस्थित सभी लोगों को मंत्र मुग्ध कर दिया।
    सहयोग ने अपने 25 वर्षों की यात्रा में अनेक बिरवा रोपे , मील के पत्थर सजाए, कितनों को खोया कितनों को पाया… अथक चलते चलते, समय की शिला पर अपने पदचिह्न टाँके… इन्हीं यादों को संजोए एक फ़िल्म दिखाई गयी, जिसका संयोजन और निर्माण सहयोग की सदस्या तकनीक संयोजिका सुश्री शालिनी प्रसाद ने किया था एवं सहयोग की संस्थापिका, पूर्व अध्यक्षा डॉ. जूही समर्पिता की संकल्पना थी.

    कार्यक्रम में नगर के वरिष्ठ कथाकार डॉ सी भास्कर राव ने समारोह को सम्बोधित किया। उन्होंने सहयोग की साहित्यिक सक्रियता की भूरि -भूरि प्रशंसा करते हुए अपने संस्मरण साझा किये ।
    तत्पश्चात सभी अतिथियों और सहयोग की अध्यक्ष के हाथों रजत जयंती स्मारिका ‘अनुभूति’ का लोकार्पण हुआ।
    सहयोग प्रतिवर्ष अपने किसी ऐसे सदस्य को ‘सहयोग निधि’ सम्मान से सम्मानित करता है जिनका संस्था के प्रति अमूल्य योगदान रहा हो । इस वर्ष ‘सहयोग निधि सम्मान’ श्रीमती अल्पना भट्टाचार्य को प्रदान किया गया।
    इसके बाद कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि श्री प्रसेनजीत तिवारी ने अपने भाषण में सहयोग के उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी।
    सहयोग संस्था समय समय पर महत्वपूर्ण साहित्यिक कार्यक्रम करवाती है , जिसके अंतर्गत रस आधारित कविता प्रतियोगिता का आयोजन हुआ । इस प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार दिया गया। इसी क्रम में सहयोग द्वारा प्रकाशित पुस्तक ‘मनमंजरी’ का लोकार्पण भी अतिथियों द्वारा किया गया।
    भोजपुरी की महिला पत्रिका ‘अँगना’ के नवीनतम अंक का लोकार्पण 7 मई को मॉरीशस के भोजपुरी कॉन्फ्रेंस में हुआ था। सहयोग के मंच पर इसके महत्व को रेखांकित करते हुए अतिथियों को पत्रिका सौंपी गई।
    कार्यक्रम के अगले पायदान पर मुख्य अतिथि श्री शिवशंकर सिंह जी ने समागार को सम्बोधित करते हुए साहित्य जगत में सहयोग संस्था की बहुत तारीफ की।
    कार्यक्रम अपनी रवानी पर एक नए अंदाज में आया जब सहयोग के लगभग 25 सदस्यों ने भारतीय साहित्य के विभिन्न रचनाकारों का वेश धरकर उनको नमन किया… यह शो अत्यंत रोचक रहा क्योंकि सदस्य रचनाकारों के कालक्रमानुसार मॉडल बन उनके योगदानों को चित्रित करते रहे।
    सहयोग के सदस्य अपनी 25 वर्षों की यात्रा के सहयात्री बने। सभी सदस्यों को स्मृति चिन्ह देकर उनके योगदानों को सम्मानित किया गया।
    कार्यक्रम के सुंदर समापन के पूर्व सहयोग की सचिव श्रीमती विद्या तिवारी ने सभी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापन किया।
    कार्यक्रम का संचालन डॉ. संध्या सिन्हा ने किया। इस अवसर पर कला,साहित्य और शिक्षा जगत के गणमान्य लोग, बड़ी संख्या मे उपस्थित थे.

    Share. Facebook Twitter Telegram WhatsApp Copy Link
    Previous Articleसांस्कृतिक राष्ट्रवाद के शिल्पी थे डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी: शिव शंकर सिंह
    Next Article डा सुधा नन्द झा ज्योतिषी द्वारा प्रस्तुत दैनिक राशिफल

    Related Posts

    मां धरती पर विधाता की प्रतिनिधि यानी देवतुल्य है

    May 10, 2025

    भारत के सैन्य दृष्टिकोण में आया बदलाव महत्वपूर्ण

    May 10, 2025

    ब्रांड मोदी से चलती है विरोधियों की भी रोजी-रोटीः प्रो.संजय द्विवेदी

    May 10, 2025

    Comments are closed.

    अभी-अभी

    मां धरती पर विधाता की प्रतिनिधि यानी देवतुल्य है

    भारत के सैन्य दृष्टिकोण में आया बदलाव महत्वपूर्ण

    ब्रांड मोदी से चलती है विरोधियों की भी रोजी-रोटीः प्रो.संजय द्विवेदी

    राष्ट्र संवाद हेडलाइंस

    शादी के अगले दिन ड्यूटी पर लौटा आर्मी जवान

    बजरंग दल जमशेदपुर महानगर द्वारा जारी किया गया वक़्तव्य

    सेना पीओके छीने, पाक से बलूचिस्तान को अलग करेःसरयू राय

    विधायक पूर्णिमा साहू के प्रयास से दो सौ से अधिक लाभुकों को मिली पेंशन की सौगात, बुजुर्गों के बीच पेंशन प्रमाण पत्र का विधायक पूर्णिमा साहू ने किया वितरण

    भाजपा जमशेदपुर महानगर ने मनाई वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की जयंती, कार्यकर्ताओं ने माल्यार्पण कर किया नमन

    क्षत्रिय समाज संपूर्ण भारत में मनाया गया स्थापना दिवस

    Facebook X (Twitter) Telegram WhatsApp
    © 2025 News Samvad. Designed by Cryptonix Labs .

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.