*झारखंड राज्य में आयुष्मान कार्ड एक बड़ा अभिशाप बनकर आया है। इस कार्ड गरीबों को किसी प्रकार का लाभ नहीं मिल पा रहा। गरीबों के हाथ यह कार्ड देकर उनका मजाक उड़ाया गया है। अब तक हजारों लोग इलाज के अभाव में मारे जा चुके हैं। अगर कोई गरीब मरीज इस कार्ड को दिखाता है तो अस्पताल के डॉक्टर यह कहकर टाल देते हैं कि इस कार्ड में यह इलाज संभव नहीं है। आज इसी का जीता जागता उदाहरण मेरे क्षेत्र जामताड़ा में देखने को मिला जब एक गरीब मरीज झारखंड के हर हॉस्पिटल में इस कार्ड लेकर दर-दर की ठोकरें खाया परंतु इलाज नहीं हो पाया।आखिरकार थक हार कर घर वापस आया और घर जमीन गाय और बैल को बेचकर पैसे इकट्ठे किए और फिर इलाज संभव हो पाया।*
*इस पूरे मामले को देखने के बाद बड़ा दुख और मन में बहुत सारे सवाल उठता है की क्या सचमुच हम लोगों ने झारखंड लेकर कोई बहुत बड़ा पाप तो नहीं कर दिया? आखिर इस भाजपा सरकार को गरीबों से क्या दुश्मनी है? सरकार ने पूर्व की व्यवस्था को बंद कर आयुष्मान कार्ड क्यों लाया? ऐसे कई दर्जनों सवाल मन को कचोटता है।*
सोचिएगा जरूर!!!!!!