राँची :झारखंड में शराब कारोबार पर एकाधिकार के लिए योगेंद्र तिवारी ने कई संस्थाओं में किया था निवेश
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच में खुलासा हुआ है, कि झारखंड में शराब कारोबार पर एकाधिकार के लिए योगेंद्र तिवारी द्वारा नियंत्रित कई संस्थाओं में निवेश किया गया था. ईडी की जांच से पता चला कि योगेंद्र तिवारी बालू और शराब के व्यापार से संबंधित आपराधिक गतिविधियों में लिप्त है, जो उसके करीबी सहयोगियों के नाम पर थे.
हालांकि इन सभी संस्थाओं पर योगेंद्र तिवारी का नियंत्रण था. इन आपराधिक गतिविधियों से अब तक 14.79 करोड़ रुपये की अवैध कमाई की गई है. इस कमाई का एक बड़ा हिस्सा 2021-22 के दौरान पूरे झारखंड में फैले शराब कारोबार पर एकाधिकार के लिए योगेंद्र तिवारी द्वारा नियंत्रित कई संस्थाओं में निवेश किया गया था.
ईडी ने बालू की अवैध बिक्री, शराब की अवैध बिक्री, जमीन की अवैध बिक्री और खरीद समेत अन्य आपराधिक गतिविधियों से संबंधित योगेंद्र तिवारी और अन्य के खिलाफ झारखंड पुलिस द्वारा दर्ज 19 एफआईआर के आधार पर ईडी ने जांच शुरू की थी. जांच के दौरान इस साल 23 अगस्त को योगेंद्र तिवारी और उसके सहयोगियों से संबंधित 32 ठिकानों की झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल में तलाशी ली गई थी. योगेंद्र तिवारी को मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में 19 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था. वर्तमान में वह न्यायिक हिरासत में है. इस मामले में ईडी की जांच आगे जारी है.