दयानंद कश्यप की रिपोर्ट
बेगूसराय: मानहानि के मामले पर राहुल गांधी पर दिए गये फैसले पर काग्रेस कार्यकर्ताओ में रोष देखा जा रहा है बेगूसराय के पूर्व विधायिका अमिता भूषण ने कहा है कि राहुल गांधी क़े लोकतंत्र स्थापना की दिशा में बढ़ाये गये भारत जोड़ो यात्रा क़े कदम को बेड़िया डालकर 2024 लोकसभा चुनाव की ज़ो विसात भाजपा बिछा रही है उसे मँहगी पड़ने बाली है। गुजरात हाइ कोर्ट क़े फैसले की आड़ में भाजपा राहुल गांधी को संसद से दूर करना चाहती है, पर उसे मालूम होनी चाहिए कि न्याय का दरबाजा आगे भी है जहाँ हमें न्याय का पूरा भरोसा है। दरअसल कांग्रेस की राष्ट्रीय और राजनैतिक स्तर पर कांग्रेस की अति सक्रियता जिसका नजारा पीछे कर्नाटक और हिमाचल चुनाव में दिख चूका है और आगे आने बाले चार राज्यों क़े चुनाव में दिखने बाला है इसलिए भाजपा की नींद उड़ा रखी है जिसका साइड इफेक्ट्स ये न्यायिक फैसला है। लोकतात्रिक इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ कि 2019 क़े चुनाव में बोले गये एक शब्द को ढाल बनाकर 2024 क़े चुनाव में उस शख्स को चुनावी राजनीति से बाहर करने का यत्न किया जा रहा है ज़ो इस देश की जनता की आवाज़ बन चूका है, जलते मणिपुर, आसमान छुती मंहगाई और बेरोजगारी, बढ़ते कर्ज क़े बोझ, पड़ोस देशों क़े खतरों से आँख मुंदी सरकार को सपनों भी राहुल गांधी ही नजर आते है. न्याय की लड़ाई अंतिम दम तक लड़ने का संकल्प ले चुकी है ।कांग्रेस इस फैसले को सुप्रीम अदालत में चुनौती देगी जहाँ हमें भरोसा है कि सत्य की जय होगी।