मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट, क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट, डॉक्टरों के खिलाफ अमर्यादित भाषाओं का प्रयोग करने एवं प्रशासनिक पदाधिकारियों द्वारा बदसलूकी करने सहित कई मांगों को लागू करने की मांग को लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और झासा के संयुक्त आह्वान पर बुधवार को राज्य भर के डॉक्टरों ने खुद को काम से अलग रखा. इधर जमशेदपुर में भी आईएमए एवं झासा से जुड़े डॉक्टरों ने कार्य बहिष्कार करते हुए खुद को काम से
अलग रखा और एमजीएम अस्पताल से लेकर जिला मुख्यालय तक पैदल मार्च निकाला, और उपायुक्त के नाम एक मांग पत्र सौंपा. सौपे गए मांग पत्र के माध्यम से डॉक्टरों ने राज्य सरकार से अविलंब मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग की. डॉक्टरों ने बताया कि कोरना काल के बाद ब्यूरोक्रेट्स डॉक्टरों पर हावी हो गए हैं. आए दिन उनके साथ अमर्यादित भाषाओं का प्रयोग किया जा रहा है. किसी मरीज की इलाज के क्रम में मौत होने के बाद
परिजनों के कोप भाजन का शिकार बनना पड़ रहा है. ऐसे में मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लागू होने से कानूनी रूप से सुरक्षा प्राप्त होगी.