नई दिल्ली। केंद्रीय ऊर्जा और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आर.के.सिंह ने बिहार में भोजपुर जिले के आरा के सदर अस्पताल में दस मोबाइल हेल्थ क्लीनिक (एमएचसी) की खरीद, संचालन और रखरखाव के लिए आरईसी की सीएसआर पहल का उद्घाटन किया। परियोजना की कुल लागत 12.68 करोड़ रुपए है ,जिससे परियोजना के सुचारू संचालन के लिए तीन वर्षों के लिए परिचालन व्यय की सुविधा प्रदान की जाएगी।
इस अवसर पर आर.के. सिंह ने जोर देते हुए कहा कि ऐसी परियोजनाओं का लाभ गरीब से गरीब व्यक्ति और समाज के वंचित वर्ग के लोगों तक पहुंचना चाहिए ताकि सभी को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि परियोजना की त्वरित और समयबद्ध प्रगति के लिए जिला प्रशासन की सक्रिय भागीदारी और कार्यान्वयन में शामिल सभी एजेंसियों द्वारा निरंतर निगरानी अनिवार्य है।
10 एमएचसी में से तीन विशेष रूप से महिलाओं के लिए हैं, जिनसे बिहार में भोजपुर जिले के सभी 14 ब्लॉकों में वंचित आबादी को घर-घर प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल सेवा प्रदान की जाएगी। प्रत्येक एमएचसी अतिरिक्त बुनियादी उपकरणों से लैस होगी और इसमें एक डॉक्टर, एक नर्स, एक फार्मासिस्ट और एक ड्राइवर सह सहायक कर्मचारी सहित चार लोगों की टीम होगी। रोगियों को निःशुल्क में जेनरिक दवाएं भी दी जाएंगी। प्रत्येक एमएचसी प्रतिमाह 20 से अधिक शिविरों का आयोजन करेगी और प्रतिदिन 50-70 रोगियों को देखेगी।
इस कार्यक्रम में आरईसी के वित्त निदेशक अजॉय चौधरी, भोजपुर के डीडीसी विक्रम वीरकर, डॉक्टर्स फॉर यू के अध्यक्ष रजत जैन, सीएसआर विभागाध्यक्ष भूपेश चंदोलिया और पटना वरिष्ठ सीपीएम जोगीनाथ प्रधान भी शामिल हुए। समारोह में आरईसी, जिला प्रशासन और डीएफवाई के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि आरईसी लिमिटेड एक एनबीएफसी है जो पूरे भारत में विद्युत क्षेत्र के वित्तपोषण और विकास पर ध्यान केंद्रित कर रही है। 1969 में स्थापित, आरईसी लिमिटेड ने अपने संचालन के क्षेत्र में पचास वर्ष पूरे कर लिए हैं। यह राज्य बिजली बोर्डों, राज्य सरकारों, केंद्रीय/राज्य बिजली सुविधा केन्द्रों, स्वतंत्र बिजली उत्पादकों, ग्रामीण विद्युत सहकारी समितियों और निजी क्षेत्र की उपयोगिताओं को वित्तीय सहायता प्रदान करती है। उत्पादन, पारेषण, वितरण और नवीकरणीय ऊर्जा सहित विभिन्न प्रकार की परियोजनाओं के लिए इसका व्यावसायिक गतिविधियों में संपूर्ण विद्युत क्षेत्र मूल्य श्रृंखला में परियोजनाओं का वित्तपोषण शामिल है। आरईसी का वित्तपोषण भारत में हर चौथे बल्ब को रोशन करता है।