★ पश्चिमी सिंहभूम, चाईबासा जिला में लगातार जनता के साथ-साथ पुलिस पदाधिकारी/कर्मियों को भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने, मास्क लगाने के साथ-साथ पुलिस संस्थान को भी सेनीटाइज करने की कार्रवाई
★ नक्सल अभियान के दौरान जवानों के मलेरिया/टाइफाइड से ग्रस्त होने की संभावना के बीच उक्त दो बीमारियों की भी नियमित रूप से करवायी जा रही है जांच
हम सभी प्रकार की चुनौतियों चाहे वह कोविड-19 की चुनौतियां हों या मलेरिया की चुनौतियां, उससे निपटने के लिए हम सक्षम हैं और लगातार हमारे पदाधिकारियों एवं जवानों के साथ संवाद जारी है और उनके फीडबैक के आधार पर जो सुविधाएं बेहतर की जा सकती हैं उसके लिए भी हमलोग तत्पर हैं: इंद्रजीत माहथा, पुलिस अधीक्षक, पश्चिमी सिंहभूम, चाईबासा
पश्चिमी सिंहभूम जिला के पुलिस अधीक्षक श्री इंद्रजीत माहथा के द्वारा जानकारी दी गई कि चाईबासा जिला अंतर्गत तैनात सभी पुलिस पदाधिकारियों/कर्मियों को कर्तव्य निर्वहन के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण से बचने संबंधी महत्वपूर्ण जानकारियां और स्वास्थ विभाग के द्वारा जारी आवश्यक दिशा निर्देश से अवगत कराया जा रहा है। इन दिशा निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करवाने से संबंधित निरीक्षण भी लगातार किया जा रहा है।* उन्होंने बताया कि *हाल के दिनों में पुलिस के जवानों ने ना केवल कोविड-19 वायरस संक्रमण नियंत्रण के दौरान विधि व्यवस्था संधारण अपितु नक्सलियों के विरुद्ध संचालित अभियान में भी बेहतर तरीके से जिम्मेदारियों का निर्वहन किया है और लगातार उपलब्धियां भी हासिल की हैं। इन सभी के बावजूद कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा निश्चित तौर से हमलोगों के लिए चुनौतीपूर्ण है।*
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि *जिले में अभी तक 400 से अधिक पुलिस पदा./जवानों की कोरोना वायरस संक्रमण जांच की गयी है और इनमें लगभग 50 व्यक्ति वायरस संक्रमित पाए गए हैं एवं उसी आधार पर काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग की कार्रवाई भी की गई है और संक्रमित पाए गए व्यक्तियों में कुछ पुलिस जवान स्वस्थ होकर वापस लौट चुके हैं। उन्होंने बताया कि इस जिला में चुनौती से निपटने के लिए पुलिस विभाग पूरी तरह से तत्पर है और सभी संक्रमित जवानों से संपर्क रखा गया है एवं विधिवत् कोविड-19 समर्पित अस्पताल में रखते हुए उनका इलाज किया जा रहा है। आम जनता के साथ पुलिस कर्मियों को भी सोशल डिस्टेंसिंग के अनुपालन एवं मास्क लगाने की जानकारी देने के साथ-साथ पुलिस संस्थानों को सैनिटाइज़ करने की भी कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि *नक्सल प्रभावित जिला होने के कारण ऑपरेशन के दौरान मलेरिया/टाइफाइड की भी समस्या पेयजल के कारण उत्पन्न होती है, इससे भी संबंधित जांच पुलिस जवानों की करवायी जा रहा है। इसमें सकारात्मक पक्ष यह है कि सिर्फ एक या दो जवान ही मलेरिया से संक्रमित पाए गए हैं और बाकी सभी जवान सकुशल हैं।* पुलिस अधीक्षक ने कहा कि *तो कुल मिलाकर हम लोग सभी प्रकार की चुनौतियों चाहे वह कोविड-19 की चुनौतियां हों या मलेरिया की चुनौतियां हों उससे निपटने के लिए हम लोग सक्षम हैं और हम लोगों का लगातार हमारे पदाधिकारियों एवं जवानों के साथ संवाद जारी है और उनके फीडबैक के आधार पर जो सुविधाएं बेहतर की जा सकती हैं उसके लिए भी हमलोग तत्पर हैं