सैलून वालों की जिंदगी का लॉक डाउन कब होगा खत्म?
कोरोना के इस वैश्विक महामारी ने कई लोगों को निगल लिया है ।वैसे कमोबेश सभी लोग की जिंदगी धीरे-धीरे पटरी पर वापस लौटने लगी है। लेकिन सैलून वालों की जिंदगी अभी भी लॉक है। आपको बता दें की शहर का दूसरा व्यक्ति आर्थिक तंगी के कारण और सैलून बंद होने के कारण स्वर्णरेखा नदी में कूदकर आत्महत्या कर ली है। परिवार के लोगों का कहना है कि जनवरी माह में इसने अपनी बेटी की शादी की थी उसके बाद यह कर्ज़ में था। लॉक डाउन में कर्जदार लगातार परेशान कर रहा था। उधर योगी ठाकुर ने मौत को गले लगाना ही मुनासिब समझा। और शुक्रवार के दिन अचानक घर से गायब हो गया। वैसे मंगलवार को परिवार वालों को सूचना मिली कि उसके पिता का शव स्वर्णरेखा नदी में मिला है ।वही पुलिस ने शव को अपने कब्जे में कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है ।फिलहाल सलून चलाने वाले लोग काफी परेशान हैं। वहीं नाई समाज ने सरकार से मांग की है कि अभिलंब सैलून खोलने की अनुमति दी जाए।