सरयू राय के ट्वीट का भाजपा नेता अभय सिंह का करारा जवाब
विधायक सरयू राय के ट्वीट का भाजपा के वरिष्ठ नेता अभय सिंह ने करारा जवाब दिया है अभय सिंह ने प्रेस के नाम एक विज्ञप्ति जारी कर लिखा है” श्रीमान सरयू राय जी आप एक विश्व विख्यात विद्वान हैं और सबको नकेल कसने वाले जाने जाते हैं मैं सही में महामूर्ख और जैसा आप के आध्यात्मिक ज्ञान द्वारा प्राप्त हुआ है पर जब आप विद्वान और समझदार हैं तो सहनशीलता का परिचय देना चाहिए यह नहीं भूले कि आप एक जनप्रतिनिधि भी हैं स्वर्गीय प्रकाश यादव की हत्या के बाद आप आवेश में आकर अपनी हार ना माने और ना ही विचलित हो अपराधी अपराधी होता है चाहे वह मेरा या आपका निकट ही क्यों ना हो आपने अपने ट्विटर पर लिखा है कि 80 एकड़ जमीन अभय सिंह के पुरखों ने गलत ढंग से गेरुआ में कब्जा किया है हम नहीं चाहते हैं कि कोई जनप्रतिनिधि के खिलाफ लीगल में जाऊं जब आपने मेरे खिलाफ एसआईटी से जांच की मांग कर दी है तो यह टि्वटर
टि्वटर खेल नहीं खेलना चाहिए आप इसी कब्जे की जमीन को उपायुक्त को लिखित दे सकते हैं और आपको अधिकार है कि किसी भी अवैध ढंग से प्राप्त जमीन या संपत्ति की जांच करवा सकते हैं आप माननीय मंत्री रहे हैं केवल 15 वर्ष ही इस शहर को जानते हैं और हम लोग इसी मिट्टी में जन्मे हैं और मरेंगे भी यहां माननीय सरयू राय जी हमारे परिवार के गुण अवगुण को पूरा शहर जानता है हमें अहंकार नहीं बल्कि गर्व है जो काम किए वह खुली किताब की तरह है आप मेरे विरुद्ध अभियान चलाएं हैं उसे मैं तहे दिल से स्वीकार ता हूं पर यह बात समझ नहीं आई कि आपने एसआईटी जांच का दायरा बढ़ाने की मांग क्यों नहीं करते कहीं आप के लोगों के गर्दन तक यह मामला नहीं पहुंच जाएगा आप युगांतर भारती की जांच से आपा ना खोये.
आप एक टीम का गठन उपायुक्त के नेतृत्व में करवाएं और पार्टी काली मंदिर से लेकर भिलाई पहाड़ी तक एवं गेरुआ से लेकर पटना तक आमीन अंचल अधिकारी सहित जांच करें और पूरे खतियान की जांच करें और दूध का दूध पानी का पानी करें अभय सिंह ने आगे लिखा है की मैं श्री सरयू राय जी को यह कहना चाहता हूं कि आप निसंदेह और निसंकोच गेरुआ की जांच करा सकते हैं साथ ही यह भी बताना चाहता हूं कि आपके नजदीकी लोगों के द्वारा आज भी आदिवासियों की जमीन की जमीन को आप के लोगों द्वारा प्लॉटिंग धड़ल्ले से की जा रही है गोकुल नगर में आपके चहेते लोगों का भी पता कर ले मुझे यह भी नहीं पता ठीक से कि हमारी कहां-कहां जमीन है अगर आप पटमदा से लेकर पोटका तक और बहरागोड़ा से लेकर पारडीह काली मंदिर तक जमीन की जांच करा देंगे तो मुझ पर बहुत बड़ी कृपा होगी क्योंकि मैं मात्र 23 वर्ष का था तो मेरे पिता का अचानक देहांत हो गया कुछ अदृश्य संपत्ति को मैं जानता हूं आपके इस अभियान से मुझे कुछ हो सकता है लाभ मिले मैं महामूर्ख आप जैसे विश्व विख्यात विद्वान कोई अभी बताना चाहता हूं कि पूरा 86 बस्ती आदिवासियों के खतियान पर ही बसा है कहीं आप की योजना दिग्भ्रमित ना हो जाए आप स्वयं जांच करें और यह टि्वटर टि्वटर खेलना बंद करें मैं हर जांच को तैयार हूं.”
इसके पहले विधायक सरयू राय ने अपने टि्वटर हैंडल पर एक मैसेज किया जिसमें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को इंगित करते हुए लिखा गया है कि डिमना लेक गेरुआ की 70 80 एकड़ आदिवासी जमीन पर शक्ति ग्वाला का कब्जा था जमशेदपुर से 111 आए शक्ति पर धुरंधर शक्ति की हाथ पैर तोड़ दिया जमीन छीन ली भयभीत ग्रामीण प्रतीक्षा में है कि प्रशासन अभयदान दे जमीन पर से खानदान का कबजा हटाए