नई दिल्ली. मशहूर जूलरी ब्रैंड तनिष्क ने अपने एक विज्ञापन को लव जिहाद को बढ़ावा देने का आरोप लगने के बाद हटा लिया है. वहीं इसी बीच अब पूरे मामले पर टाटा समूह के मशहूर जूलरी ब्रैंड तनिष्क की सफाई आई है. कंपनी के प्रवक्ता ने ‘एकत्वम’ धारणा को पेश करते हुए सफाई दी है. कंपनी का कहना है कि इस एड फिल्म का मकसद किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना बिल्कुल नहीं था, इसीलिए इसे अब वापस ले लिया गया है. बता दें कि कंपनी के एक ऐड को लेकर सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग और बायकॉट करने की मांग उठने लगी थी, जिसके बाद कंपनी ने अपना ऐड वापस ले लिया है.
कंपनी ने बयान जारी करते हुए कहा कि उसके एकात्म अभियान के पीछे का विचार इस चुनौतीपूर्ण समय के दौरान विभिन्न क्षेत्रों के लोगों, स्थानीय समुदायों और परिवारों को एक साथ आकर जश्न मनाने के लिए प्रेरित करना था, लेकिन ये विज्ञापन जनमानस को खुशहाल होने का मौका देने के बजाए मूल उद्देश्य से भटक गया. ए़ड फिल्म ने अपने उद्देश्य के विपरीत, लोगों की नाराजगी बढ़ाई जिससे हमें गंभीर प्रतिक्रियाओं का सामना करना पड़ा.
कंपनी ने बयान में कहा कि ‘हम जनता की भावनाओं के आहत होने से दुखी हैं. अनजाने में हुई इस गलती के लिए हम गहरा दुख प्रकट करते हैं. और देश की जनता की भावनाओं का आदर करने के साथ हम अपने कर्मचारियों, भागीदारों और स्टोर कर्मचारियों की भलाई को ध्यान में रखते हुए इस विज्ञापन को वापस ले रहे हैं.’
विज्ञापन में क्या दिखाया गया?
तनिष्क के विज्ञापन में एक हिंदू महिला की गोदभराई की रस्म को दिखाया गया था. इस लड़की की शादी मुस्लिम परिवार में हुई है. इसमें हिंदू संस्कृति को ध्यान में रखते हुए मुस्लिम परिवार सभी रस्मों रिवाजों को हिंदू धर्म के हिसाब से करता दिखाया गया है.
विज्ञापन में गर्भवती महिला अपनी सास से पूछती है, मां ये रस्म तो आपके घर में होती भी नहीं है, इस पर उसकी सास जवाब देती है कि बिटिया को खुश रखने की रस्म तो हर घर में होती है न. विज्ञापन को लव जिहाद को बढ़ावा देने के आरोप लगने और सोशल मीडिया पर तनिष्क के बहिष्कार की अपीलों के बाद कंपनी ने विज्ञापन को वापस ले लिया. कुछ इसी तरह का विवाद होली के दौरान सर्फ एक्सेल के एक विज्ञापन को लेकर भी हुआ था.