नई दिल्ली. कोरोना वायरस के खिलाफ भारत ने निर्णायक लड़ाई लड़ी है. जिस कारण आज दुनिया भर से विकासशील देशों से लेकर विकसीत देशों तक देश में तैयार वैक्सीन लेने के लिये कतार में खड़े हुए है. तो इसका सीधा श्रेय वैज्ञानिकों को जाता है. वहीं पाकिस्तान ने भी परोक्ष रुप से भारत में तैयार कोविशिल्ड प्राप्त करने के लिये प्रयास तेज कर दिया है. दरअसल पाकिस्तान सीधे तौर पर भारत से वैक्सीन नहीं ले सकता है. इसकी वजह सीमा पार प्रायोजित आतंकवाद के कारण पाकिस्तान और भारत के रिश्ते में खटास आ चुकी है. जिस कारण दोनों देशों के बीच व्यापार पर पाबंदी है. लेकिन पाकिस्तान ने स्वीकार किया है कि भारत के तैयार वैक्सीन सबसे प्रभावी है. हालांकि पाकिस्तान, भारत से कौवेक्स योजना के तहत वैक्सीन लेने के अधिकारी है. जिसमें दुनिया भर के 20 फीसदी आबादी को मुफ्त में वैक्सीन देने के लिये भारत ने पहले ही डबलूएचओ से करार कर लिया है. जिसका ही फायदा पाकिस्तान उठाने जा रहा है.
बता दें कि पाकिस्तान के पीएम इमरान खान के विशेष स्वास्थ्य सलाहकार डॉ. फैजल सुल्तान ने भारत के वैक्सीन लेने की पुष्टि की है. इस बाबत ड्रग रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ पाकिस्तान एस्ट्राजेनेका के कोविड-19 को उपयोग में लाने को मंजूरी प्रदान की है. जबकि चीन की कंपनी सिनोफार्मा से भी पाकिस्तान टीके लेने की तैयारी में है. हालांकि यह साफ है कि भारत में तैयार वैक्सीन लेने के लिये सिर्फ पड़ोसी देश ही नहीं बल्कि विकासशील देश से लेकर विकसित देश तक कतार में लगी हुई है. जो भारत के लिये गर्व की बात है.