स्कूली बच्चों के साथ हो रहा है खिलवाड़ ,विभाग मौन
कुंडहित के विभिन्न विद्यालयों में नहीं है किचन शेड
कुंडहित/जामताड़ा: सर्व शिक्षा अभियान सब पढ़े सब बढ़े की बात भी करती है।पर इन दिनों देखा जाए तो कुंडहित प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न विद्यालयों में स्कूली बच्चों के एमडीएम बनने के लिए किचन शेड तक नहीं बनाया गया है। जिससे एक तरफ से देखा जाए तो स्कूली बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है।विद्यालय में किचन शेड का नहीं होना विभागीय लापरवाही को भी इंगित करता है। बताते चलें विद्यालय में किचन शेड नहीं होने से जहां-तहां एमडीएम बनाने से एक तरफ रसोईयाओं को भी भारी से भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है तो वहीं दूसरी ओर हमेशा अप्रिय दुर्घटना घटने की भी आशंका बनी रहती है। स्थानीय लोगों का कहना है की किचन शेड नहीं होने से बच्चों के एमडीएम में कभी भी जहरीला कीड़ा मकोड़ा गिर सकता है। जिसको खाकर बच्चे बीमार पड़ सकते हैं या तो फिर बच्चों की मौत भी हो सकती है। ऐसे में विभाग को जल्द ही इस पर पहल करने की आवश्यकता है। देश का भविष्य स्कूल के छात्र है।ऐसे में अगर स्कूली छात्रों के जीवन के साथ खिलवाड़ होती है तो देश के भविष्य के साथ खिलवाड़ होना बराबर ही है।स्थानीय लोगों ने उपायुक्त से इस ओर जल्द ही पहल करने की मांग की है।
किचन शेड नहीं होने से ऐसे बनाते हैं एमडीएम: नव प्राथमिक विद्यालय राजपाड़ा में किचन शेड नहीं होने से विद्यालय परिसर में फूश व विचाली से किचन शेड बनाया गया है। जिसमें स्कूली बच्चों का एमडीएम बनता है। विद्यालय परिसर का चहारदीवारी भी नहीं है जिससे थोड़ी सी बारिश होने या फिर हवा के बहने से एमडीएम बनाने में दिक्कत होती है तो दूसरी ओर एमडीएम में विषाक्त कीड़े मकोड़े का भी गिरने का भय बना रहता है। राजपाड़ा विद्यालय में कुल नामांकित छात्रों की संख्या 35 है।वहीं प्राथमिक विद्यालय सिकंदरपुर में भी अब तक किचन शेड नहीं बना। रसोईयाओं को विद्यालय के बरामदा में ही स्कूली बच्चों का एमडीएम बनाने पड़ता है। मध्य विद्यालय भालको का भी किचन शेड जर्जर अवस्था में है।विद्यालय के प्रभारी भैरव चौधरी ने कहा कि वर्षा में पानी टपकता है।नव प्राथमिक विद्यालय दामाधारा में भी आज तक किचन शेड का निर्माण नहीं हो सका। जिससे विद्यालय के दीवार से सटाकर दो खंभा देकर एल्बसटर से किचन शेड का काम चल रहा है।विद्यालय में नामांकित छात्रों की संख्या कुल 66 है।प्राथमिक विद्यालय चकबक्शीशपुरउ में भी किचन शेड नहीं होने से कोल्ड स्टोर में बच्चों का एमडीएम बनता है। विद्यालय में कुल नामांकित छात्रों की संख्या 38 है।
क्या होती है दिक्कत
विद्यालय का किचन शेड नहीं होने से विद्यालय के कोल्ड स्टोर में एमडीएम बनाने से कोल्ड स्टोर गंदा हो रहा है। बरामदे में एमडीएम बनाने से स्कूली बच्चों का पढ़ाई प्रभावित हो रहा है। विद्यालय परिसर के खुले आसमान में घास फूस से विचाली से किचन शेड के काम चलाने से विषाक्त कीड़े मकोड़े एमडीएम में गिरने का भय बना रहता है।
प्रावि पहाड़िया टोला में लाखों का किचन शेड जर्जर
विद्यालय का किचन शेड का निर्माण वर्ष 2012-13 में 1 लाख 62 हजार रूपये की लागत से किया गया था।जो कुछ ही दिनों के बाद जर्जर हो गया। जिससे एमडीएम किचन शेड पर नहीं बनाया जाता है।स्कूल के पुराने बिल्डिंग पर बच्चों का एमडीएम बनाया जाता है ।बता दें विद्यालय का किचन शेड का दीवार फट चुका है। जिससे अप्रिय दुर्घटना घटने की आशंका बनी रहती है। विद्यालय की प्रभारी बनफूल सिंह ने कहा की किचन शेड जर्जर रहने की वजह से बच्चों के एमडीएम पुराने बिल्डिंग पर बनाया जाता है।कहा कि किचन शेड में अप्रिय घटना घटने की आशंका बनी रहती है।
क्या कहते हैं विद्यालय के प्रभारी एनपीएस राजपाड़ा के प्रभारी सुखेन मंडल,एनपीएस दामाधारा के प्रभारी भवानी रानी मंडल,प्रावि चकबक्सीसपुर के प्रभारी सुरेश चंद्र मुर्मू ,प्रावि पहाड़िया टोला के प्रभारी बनफूल सिंह ने कहा कि इस संबंध की जानकारी सीआरपी द्वारा रिपोर्ट में भेजी जाती है ।साथ ही पूर्व बीईईओ नरेश दास को इस संबंध में जानकारी दी गई थी।
क्या कहते हैं अधिकारी
जो भी विद्यालय में स्कूली बच्चों के एमडीएम का किचन शेड नहीं है या किचन शेड जर्जर हो गया है।जल्द ही जांच किया जाएगा।जांच कर संबंधित विभाग को रिपोर्ट भेजी जाएगी।
एस्थेर मुर्मू, प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी,कुंडहित।