आज दिनांक 19 अक्टूबर 2019 को कल्याण गुरुकुल से जामताड़ा से प्रशिक्षण प्राप्त छात्राएं को रोजगार के लिए चेन्नई हरी झंडी उपायुक्त जामताड़ा श्री गणेश कुमार एवं उप विकास आयुक्त श्री नागेंद्र कुमार सिन्हा ने दिखाकर रवाना किया गया।
ड्रॉपआउट बच्चे जो पढ़ाई छोड़ चुके हैं वैसे बच्चों के लिए कल्याण गुरुकुल जामताड़ा 2018 में शुरू की गई थी जिसने अभी तक 9 बैच को रोजगार दे चुके हैं। ड्रॉपआउट बच्चों को प्रशिक्षण दिया जाता है साथ ही रोजगार की भी उपलब्ध करवाया जाता है।प्रिसिपल द्वारा बताया गया कि छोटी समस्याओं से ना डरे मेहनत करके मन लगाकर काम करें। जिससे बच्चों का उज्जवल भविष्य बन सकता है गुरुकुल में जो प्रशिक्षण दिया गया उसे अमल करेंगे।
कल्याण गुरुकुल से अभी तक 380 बच्चों का प्लेसमेंट हो गया है। सरकार की आकांक्षा है कि ड्रॉप्ड आउट बच्चे अपना पैर पर खड़ा होंगे। साथ ही जिला कल्याण पदाधिकारी द्वारा कहा गया कि जो लोग डिसिप्लिन को अपने लाइफ में सख्ती से पालन करते हैं उसे आगे बढ़ने में कोई नहीं रोक सकता है। साथ ही गुरुकुल में और ज्यादा बेहतरीन प्रशिक्षण हेतु विचार किया जा रहा है कि कैसे बच्चों को प्रशिक्षण देकर और ज्यादा से ज्यादा प्लेसमेंट दिलाया जा सकेगा।
उप विकास आयुक्त द्वारा बताया गया कि कल्याण गुरुकुल से अभी तक 9 बैच प्रशिक्षण प्राप्त कर रोजगार हेतु रोजगार कर रहे हैं। साथ ही कहा गया कि जो प्रशिक्षण के दौरान सिखाया गया है उसे उटिलाइज करेंगे। बच्चों के अभिभावक परेशान नहीं करेंगे पांचवा महीना में बच्चे हर परिस्थिति में एडजस्ट कर जाएंगे।साथ ही सशक्त बनेंगे कुछ दिनो के बाद घर जैसा माहोल बन जाएगा।
लगन,धैर्य और मेहनत कर और आगे बढ़े:- उपायुक्त जामताड़ा
गुरुकुल एक पुरानी परंपरा का नाम है जहां लोग प्राचीन काल में गुरु और शिष्य एक साथ रहते थे जहां शिक्षा दीक्षा होती थी।इसी के तहत सर्वप्रथम चेन्नई में गुरुकुल की स्थापना की गई।
गुरुकुल को सींचने में प्रिंसिपल का योगदान बहुत ज्यादा होता है। साथ ही समाज के दबे कुचले लोगों के ड्रॉपआउट बच्चे को यहां से प्रशिक्षण देकर एक स्वालंबन जिंदगी जीने हेतु प्रेरित किया जाता है। लक्ष्य के दौरान बहुत ही कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है कुछ समस्या आएगी लेकिन समस्याओं से भयभीत नहीं होना है। प्रशिक्षण प्राप्त करके वहां कार्य करना होगा वहां खानपान अलग है लेकिन कुछ दिनों में सब एडजस्ट हो जाएगा। घर के प्रति लगाव बड़ा छोटा हर व्यक्ति को होता है लेकिन एडजस्ट करना होता है। आर्थिक संवर्धन के लिए बाहर निकलना होता है तभी जाकर संवर्धनता की ओर बढ़ा जा सकता है।आशा नहीं विश्वास भी करता हूं कि आप लोग बहुत अच्छा करेंगे आर्थिक संवर्धन के लिए आप लोग योगदान दे पाएंगे। बचत भी करना है जो सैलरी मिलेगी माता-पिता को भी देखना है। जिला प्रशासन कल्याण विभाग आपके साथ हमेशा रहेगा कोई भी मुसीबत में।लक्ष्य की प्राप्ति के लिए कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। झारखंड की छवि तमिलनाडु में भी प्रकार बरकरार रखेंगे। मौके पर गुरु कुल के आचार्य महेंद्र पाल,अनुज मंडल संबंधित पदाधिकारी, बच्चे, बच्चे के माता पिता सहित अन्य लोग भी मौजूद थे।