आज दिनांक 11 नवंबर 2019 को एसजीएसवाई हॉल में चुनाव प्रक्रिया संबंधित, सुरक्षा, वीवीपैट मशीन के बारे में जिला पुलिस प्रशासन के बीच कार्यशाला का आयोजन किया गया।
पुलिस अधीक्षक श्री अंशुमन कुमार ने बताया कि पुलिस पदाधिकारी को सभी से सामंजस्य बिठाकर काम करना होता है क्योंकि चुनावी प्रक्रिया बहुत ही जटिल प्रक्रिया है। पुलिस पदाधिकारी को जिला मजिस्ट्रेट का सभी बातों को सबसे पहले अवगत कराना पड़ेगा स्वेच्छा से कोई भी निर्णय ना लेंगे।
शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव के लिए अधिकारियों को बूथों पर नजर रखनी होती है। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि चेकप्वाइंट के रूप में सुरक्षा व्यवस्था पर ध्यान रखने को लेकर अलर्ट रहेंगे। हम लोगों को यह प्रयास करना है कि हम लोग एक टीम के रूप में काम करेंगे।
हर गाड़ी को जांच करना है उसमें देखना है कि किसी प्रकार का नशीला पदार्थ, शराब या पैसा रुपैया अन्य चीजें देखनी है फिर भी ध्यान रखें कि जांच करते वक्त किसी परिवार या महिला को कोई समस्या ना हो ये बात पर विशेष ध्यान रखेंगे।
सभी को अलर्ट होकर काम करना होगा।साथ ही लोगों को सहयोग करेंगे पुलिस प्रशासन से लोग सहयोग की अपेक्षा रखते हैं इसमें आप लोग खरा उतरेंगे।
भू अर्जन पदाधिकारी सह प्रशिक्षण कोषांग नोडल पदाधिकारी श्रीमती अंजना दास ने कहा कि मतदान प्रक्रिया के सभी पहलुओं यथा मतदान सामग्री की प्राप्ति, उसमें बरती जाने वाली सावधानियाँ, मतदान केन्द्र पर मतदान की तिथि को की जाने वाली गतिविधियाँ यथा मतदान केन्द्र का लेआउट, मतदान अभिकर्ताओं की नियुक्ति की प्रक्रिया, मशीनों का संयोजन, माॅक पोल की प्रक्रिया पर विशेष रूप से जोर देते हुए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा संशोधित नियमों की जानकारी दी गई।
*डीआरडीए निदेशक श्री राम वृक्ष महतो ने पुलिस पदाधिकारी को यह बतलाया कि एक घंटा पूर्व माॅक पोल की प्रक्रिया प्रारंभ की जानी थी, परंतु संशोधित नियमानुसार यह कार्य 90 मिनट पूर्व ही प्रारंभ कर दिया जाएगा। पूर्व में माॅक पोल प्रमाण पत्र एक भाग में ही था परंतु संशोधित नियमानुसार माॅक पोल का प्रमाण पत्र दो भाग में भरा जाएगा। जिसमें इस आशय का प्रमाण पत्र अंकित होगा कि माॅक पोल के पश्चात वास्तविक मतदान शुरू करने के पूर्व माॅक पोल में दिए गए सभी मत डिलीट कर दिए गए है तथा वीवीपैट के ड्राॅप बाॅक्स से सभी पर्चीयाँ बाहर निकाल ली गई है तथा उपस्थित सभी मतदान अभिकर्ताओं को आश्वस्त कर दिया गया है।
*जिला मास्टर प्रशिक्षक एस.एम. इमाम ने बताया कि वास्तविक मतदान प्रारंभ करने के पूर्व मतदाता रजिस्टर प्रपत्र 17-क प्रभारी द्वितीय मतदान पदाधिकारी होते है, जो प्रथम मतदान पदाधिकारी द्वारा इस आशय का प्रमाण पत्र अंकित किया जाएगा कि कंट्रोल यूनिट से माॅक पोल के सभी मत डिलीट कर दिए गए है तथा वीवीपैट के ड्राॅप बाॅक्स से भी सभी पर्चीयाँ बाहर निकाल ली गई है। इसके साथ ही दिव्यांग मतदाताओं के मतदान की प्रक्रिया, मतदाता के पहचान को दी जाने वाली चुनौतियाँ, मतदाताओं के उम्र संबंधी घोषणा, निविदित मत, अभ्याक्षेपित मत, परीक्षण मत, ईडीसी से मतदान की प्रक्रिया सहित मतदान की समाप्ति के पश्चात् की जाने वाली गतिविधियाँ यथा सांविधिक लिफाफे, गैर सांविधिक लिफाफे, खुले लिफाफे एवं तृतीय व चतुर्थ लिफाफे तैयार करने की प्रक्रिया, विभिन्न प्रकार की घोषणाओं की प्रक्रिया आदि के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई।
मौके पर उप विकास आयुक्त श्री नागेंद्र कुमार सिन्हा, डीआरडीए निदेशक श्री राम वृक्ष महतो, ट्रेजरी पदाधिकारी श्री रवि रोशन, साइबर डीएसपी सुमित कुमार, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अरविंद उपाध्याय, मास्टर ट्रेनर मोहम्मद इमाम, हरिप्रसाद सहित अन्य पुलिस पदाधिकारी तथा अन्य लोग मौजूद थे।