चन्दन शर्मा की रिपोर्ट
बेगूसराय : रेलवे ने NTPC के CBT 1 का रिजल्ट घोषित कर दिया है। लेकिन इस परिणाम को लेकर रेलवे अभ्यर्थियों में नाराजगी है।पहले तो अभ्यर्थी लगातार सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों की मदद से छात्र अपनी नाराजगी व्यक्त कर रहे थे।
इन तमाम तरह के सोशल मीडिया और डिजिटल आंदोलन से जब सरकार ने अभ्यर्थियों के मांगों को नहीं सुना तो अंत में छात्र अपने सवालों को लेकर राजेंद्र नगर टर्मिनल और आरा के रेलवे ट्रैक पर उतर गए। उपर्युक्त बातों की जानकारी अपने राज्यव्यापी कार्यक्रम के तहत कैंटीन चौक पर किए जा रहे छात्रों पर लाठीचार्ज के विरोध में आक्रोश प्रदर्शन को संबोधित करते हुए एआईएसएफ के राज्य अध्यक्ष अमीन हमजा ने कहा। उन्होंने कहा कि अभ्यर्थीयों का साफ कहना है कि रेलवे ने उनके साथ छलावा किया है,जिसके कारण उनकी जिंदगी बर्बाद हो गई है।
रेलवे के कहे अनुसार रिजल्ट नहीं आया,
रिजल्ट में कई त्रुटियां हैं,विज्ञापन के मुताबिक परिणाम जारी नहीं किया और दूसरी बात यह है कि एक ही छात्र का चयन कई क्षेत्रीय बोर्ड में किया गया,स्कोर कार्ड और कटऑफ तैयार करने में भी गड़बड़ी की गई है। उन्होंने कहा कि 35 हजार से ज्यादा पदों पर भर्ती के लिए रेलवे में साल 2019 में एनटीपीसी के लिए नोटिफिकेशन जारी किया था इस पर कहीं से भी रेलवे बोर्ड और सरकार अडिग नहीं रही जिसके कारण अंत में अभ्यर्थियों को रेलवे ट्रैक पर उतरना पड़ा। अभ्यर्थियों की मांग जायज है और सरकार अविलंब इसे माने।
एआईएसएफ के जिलाध्यक्ष अमरेश कुमार एवं छात्रा जिला संयोजिका अप्सरा कुमारी ने कहा कि अभ्यर्थियों के शांतिपूर्ण आंदोलन पर पुलिसीय बर्बरता निंदनीय है। अगर उनकी मांगों को पूरा नही किया गया तो हमारा संगठन देश भर में अभ्यर्थियों के समर्थन मे आंदोलन छेड़ेगा। राज्य कार्यकारिणी सदस्य किशोर कुमार एवं राज्य परिषद सदस्य शमां प्रवीण ने कहा कि पुलिस आंदोलनकारी छात्रों को लगातार लाली पॉप की तरह कह रहे थे कि आप की मांगों को मान लिया गया है आंदोलन समाप्त कर दो,छात्र इस बात पर अड़े थे की जो बात आप मौखिक कह रहे हैं उसे लिखित दे दीजिए लेकिन रेलवे पुलिस और सिटी एसपी उन अभ्यर्थियों को लिखित नहीं दे पाए और आंदोलनकारी डटे रहे। लिखित दे देते तो आंदोलन खत्म हो सकता था, लेकिन उन्होंने शांतिपूर्ण छात्रों पर बर्बरता पूर्ण लाठी चार्ज करके सरकार की छात्रों के प्रति मानसिकता को दर्शाया है जो काफी निंदनीय है और देश भर के छात्र इसके खिलाफ सड़क पर हैं।कार्यक्रम के दौरान छात्रा नेत्री आरती कुमारी, जीडी कॉलेज इकाई अध्यक्ष अनंत कुमार,एसबीएस कॉलेज कोषाध्यक्ष विपिन कुमार,प्रतीक कुमार, छात्रा नेत्री, रितु कुमारी, जी डी कॉलेज सचिव दुर्गेश कुमार, मोहम्मद सैफ,अकमल, छोटू, निसार,इरशाद,तान्या,साक्षी,ऋतु, पूजा इत्यादि थे।