उम्मीद से कई गुना ज्यादा विकास योजनाएं सारठ की धरती पर उतारा: रणधीर
उमाशंकर तिवारी/रा सं चितरा (देवघर): कृषि मंत्री रणधीर सिंह ने कहा कि अपने कार्यकाल में जिन योजनाओं के बारे में सोचा उसे सारठ की सरजमीं पर उतार कर मूर्त रूप दे दिया। वह राष्ट्र संवाद से शनिवार को बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पिछले 30 सालों में ही नहीं बल्कि आजादी के 70 सालों में जितना विकास सारठ विधानसभा क्षेत्र का नहीं हो पाया था। उससे अधिक विकास की योजनाएं लाकर अपने विरोधियों के मुंह पर ताला जड़ दिया। मुझे फक्र है कि मंत्री बने रहने के बावजूद यहां की जनता के साथ साए के माफिक चिपका रहा। उनका मेरे प्रति अटूट विश्वास और मेरे प्रयास ने आखिर रंग दिखा दिया।
आवाम के दिलों जान से चाहत ने मुझमें असीम ऊर्जा का संचार हुआ। जिससे 18- 20 घंटे तक लगातार काम करता रहा। जब मैं क्षेत्र में रहा तो रात्रि के दो ढाई बजे तक अपने समर्थकों और आवाम की नींद हराम करता रहा। यह मेरे प्रति इनकी और उनके प्रति मेरी दीवानगी ही दर्शाता है। मंत्रालय का कामकाज देखने जब मैं कार्यालय में बैठता था, दस्तावेजों के अध्ययन और स्वीकृति देने में कब रात गुजर जाती थी। इसका आभास भी नहीं हो पाता था। मैं अपने कामकाज से संतुष्ट हूं और क्षेत्र की जनता का मुझसे शिकवा शिकायत नहीं है। इसका राजनीतिक लाभ विधानसभा चुनाव में मिलने का पूर्ण आसार है।
एड़ी चोटी का जोर लगाया: मेरे विधायक बनने के पूर्व क्षेत्र में केवल 2 प्लस टू विद्यालय थे। मैंने अपने कार्यकाल में 12 उच्च विद्यालयों को प्लस टू विद्यालय में परिणत कराया। एक दर्जन से अधिक मध्य विद्यालयों को उत्क्रमित कर उच्च विद्यालय का दर्जा दिलाया। पालोजोरी में मॉडर्न डिग्री कॉलेज, खागा में आईटीआई कॉलेज की स्थापना कराया। बेटियों को उच्च शिक्षा में आ रही कठिनाई को दूर करने के लिए महिला कॉलेज की स्वीकृति दिलाई। निविदा निकाली गई और मैंने उसका भूमि पूजन कर दिया। किसानों को सुविधा प्रदान करने के लिए शीत भंडार गृह का निर्माण कराया। सैकड़ों तालाबों का जीर्णोद्धार और कई हजार परकोलेशन टैंक के निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया। अनेक श्रृंखलाषबद्ध चेक डैम, बियर बांध निर्माण कराने के साथ 90 फीसद अनुदान पर सैकड़ों किसानों को पंपसेट मुहैया कराया। क्षेत्र में दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए 90 फीसद अनुदान पर बीपीएल परिवारों को दुधारू पशु उपलब्ध कराया। मत्स्य उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए सैकड़ों युवकों को प्रशिक्षण देकर अजय बराज में केज लगवाया। कई हैचरी यहां लगाए गए। दर्जनों लोग इस व्यवसाय से जुड़ कर स्वावलंबन की राह पर चल पड़े हैं।
ड्रीम प्रोजेक्ट के लिए दिन रात एक किया: क्षेत्र में आवागमन की सुविधा बढ़ाकर रोजगार के नए दरवाजे खोलने के लिए सतरह ग्रामीण सड़कों को पीडब्ल्यूडी की सड़क में तब्दील कर निर्माण कराया और अनेक का काम जारी है। तकरीबन 125 उच्च स्तरीय पुल और पुलिया का निर्माण की स्वीकृति दिलाई। इसमें कई निर्माणाधीन हैं। ग्रामीण और पीसीसी सड़कों का जाल बिछाया। क्षेत्र में बिजली की समस्या से निपटने के लिए पावर ग्रिड की स्थापना कराया। इसके अलावे सारठ और पालोजोरी में पावर ग्रिड स्थापना की स्वीकृति दिलाई। सबस्टेशन स्थापना के लिए ठोस कदम उठाया। आने वाले समय में सारा क्षेत्र की जनता को 5 पावर सबस्टेशन देखने को मिलेंगे। 8 मेगा जलापूर्ति योजनाओं पर काम चल रहा है। इन योजनाओं के पूर्ण होने पर घर घर पाइप लाइन से शुद्ध पेयजल आपूर्ति होगी। वार्ता में कहा कि बातचीत का सिलसिला चलता रहेगा। कई दिनों तक प्रकाशन करने पर भी वह पूर्ण नहीं हो पाएगा।