अहमदाबाद: जवाहर लाल नेहरु विश्व विद्यालय दिल्ली ( जेएनयू) में हथियारबद्ध गुंडो ने घुसकर छात्र-छात्राओं के साथ मारपीट की, जिसके विरोध में उतरे एनएसयूआई के छात्र नेता व एबीवीपी के समर्थकों में जमकर लात-घूंसा व डंडे चले. इस झडप में दो दर्जन छात्र नेताओं को चोटें आई है. एनएसयूआई ने मंगलवार को पालड़ी अहमदाबाद स्थित एबीवीपी कार्यालय पर हल्लाबोल का ऐलान किया था. छात्र नेता निखिल सवाणी दर्जनों छात्र के साथ वहां पर पहुंचे तो वहां पहले से मौजूद भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा के अध्यक्ष रुत्विज पटेल व अन्य बाहर निकले. उनमें से कईयों के हाथ में लाठी, डंडा, पाइप व स्टिक थी. सड़क पर पुलिस कर्मियों की मौजदूगी में दोनों संगठनों के नेताओं में जमकर लात-घूसे चले. एनएसयूआई नेता निखिल सवाणी से पहले एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने धक्का मुक्की की तथा बाद में सिर में पाइप से दे मारा, इससे उनका सिर फट गया.एबीवीपी का आरोप है एनएसयूआई नेताओं ने कार्यालय में घुसकर छात्रों का मारा. घायल निखिल सवाणी व अन्य कई छात्रों का अहमदाबाद के वीएस अस्पताल में उपचार किया गया. यहां गुजरात कांग्रेस के युवा नेता हार्दिक पटेल भी पहुंच गये. उन्होने एनएसयूआई के छात्रों से बात की और कहा कि भाजपा के इशारे में यह गुंडागर्दी की गई. गुजरात भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा के अध्यक्ष रुत्विज पटेल ने कहा कि यह बहुत ही दुःखद घटना है. एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं द्वारा एबीवीपी कार्यालय पर हमला किया गया है. दोनों ही संगठनों के लोग घायल हुए है.गुजरात कांग्रेस प्रवक्ता मनीष दोषी ने कहा कि एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं द्वारा जेएनयू में छात्रों पर हुए हमले का शांतिपूर्ण रुप से विरोध करने के लिए एबीवीपी के कार्यालय पहुंचे थे. लेकिन यहां भी एबीवीपी के गुंडो द्वारा छात्रों पर हमला किया गया. एनएसयूआई के राष्ट्रीय महामंत्री निखिल सवाणी पर लाठियां बरसाई गयी. वे गंभीर रुप से घायल हो गये है. इस घटना की जितनी भी निंदा की जाये कम है. सरकार को इस पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए. गुजरात भाजपा अध्यक्ष जीतू वाघाणी ने कहा कि कांग्रेस देश के टुकड़े करने के निर्देश देने वालों तथा अफजल गुरु समर्थकों के साथ रह कर विभाजन की राजनीति करती है. राज्य की जनता सब देख रही है समय आने पर जवाब देंगी.