दयानंद कश्यप की रिपोर्ट
तेघड़ा, बेगूसराय: संत पॉल पब्लिक स्कूल तेघड़ा में सी.बी. एससी बोर्ड द्वारा शिक्षक शिक्षिकाओं के लिए दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें बिहार के कई नामचीन विद्यालयों के शिक्षकशिक्षिकाएँ इस कार्यशाला में सिरकत किए। इस कार्यशाला का प्रारंभ संत पॉल पब्लिक स्कूल तेघड़ा के निदेशक श्री सुनील कुमार सिंह, प्राचार्या श्रीमति दीपमाला सदहोत्रा और पटना रीजन से आए दो प्रशिक्षक अतिथि श्रीमती स्निगधा स्नेहा एवं श्री पियाल साहा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
इस कार्यशाला का टॉपिक था समावेशी शिक्षा। जिसका उद्देश्य सभीशिक्षक-शिक्षिका समावेशी शिक्षा में दक्ष अर्थात काबिल हो सके। इस कार्यशाला में शिक्षक -शिक्षिकाओं को समावेशी शिक्षा और इसके क्रियान्वयन में आने वाले बाधाओं से निपटने हेतु दक्षता प्रदान करने का यथासंभव प्रयास किया गया। जिसमें निम्नलिखित बिंदुओं पर विस्तार रुप से क्रिया-कलाप के साथ समझाया गया ।शिक्षक में शिक्षण कौशलों की कमी को कैसे दूर करें,सामाजिक मनोवृत्ति, शारीरिक बाधाएं, पाठ्यक्रम, भाषा और संवाद में समस्या, भारतीय शिक्षा नीतियां से बाधाएं, समावेशी शिक्षा के मुख्य उद्देश्य और समावेशी शिक्षा आज के युग में कितनी जरूरी है और क्यों?इस कार्यशाला में संत पॉल पब्लिक स्कूल के शिक्षक के रूप में सिरकत करने वाले शिक्षक श्री राम कुमार मिश्रा, सुरेंद्र कुमार सिंह, संजीव कुमार सिंह, प्रीति प्रिया, मीरा कुमारी, पूनम कुमारी, श्याम तिवारी, कंचन कुमारी, माधुरी कुमारी, म्युजिक शिक्षक प्रफुल्ल कुमार उपस्थित थे।