चन्दन शर्मा की रिपोर्ट
भगवानपुर,बेगूसराय :चंद्रयान-3 मिशन की अद्भुत सफलता के पीछे नीतीश कुमार का महत्वपूर्ण योगदान है। दादपुर, तेघरा के इस प्रतिभाशाली वैज्ञानिक ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा ‘ओक ग्रोव स्कूल, मसूरी से प्राप्त की और फिर उसने प्रतिष्ठित IIT-JEE परीक्षा पास की और ‘इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ स्पेस साइंस एंड टेक्नोलॉजी’ में प्रवेश लिया । उन्होंने बैंगलोर के यू आर राओ सैटेलाइट सेंटर में अंतरिक्ष में AI के उपयोग पर काम किया। वह अब अदित्या – L1 और गगनयान जैसे महत्वपूर्ण परियोजनाओं में भी शामिल हैं।उनकी अनुसंधान की दिशा में योगदान को मानते हुए उन्हें 2015 में ‘नेशनल अकादमी ऑफ इंजीनियरिंग’ द्वारा सबसे अभिनव B. Tech प्रोजेक्ट’ का पुरस्कार और 2017 में URSC द्वारा ‘सबसे अभिनव युवा वैज्ञानिक’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया।स्व. राजानंदन चौधरी और स्व. सावित्री देवी उनके दादा-दादी, जिनसे वह प्रेरित होते हैं। उनके पिता अरविंद चौधरी, माँ उमा देवी, भाई सतीश कुमार और पत्नी निशी सिंह उनके जीवन में प्रेरणा के स्रोत हैं।इनके पिता अरविंद चौधरी एक सेवानिवृत्त रेलवे कर्मचारी हैं। उनका भाई सतीश कुमार, जो आईआईटी धनबाद से पढ़ाई की है, वर्तमान में अमेरिका, कैलिफोर्निया में अमेज़न में काम करता है। सतीश अपनी पत्नी शिखा भारती और दो बेटियों सान्वी और सैशा के साथ क्यूपर्टिनो, कैलिफोर्निया में निवास करते हैं। नीतीश अक्सर दादपुर में उनके चचेरे भाइयों सिद्धांत बाबुल और रमेश देवदर्शी से मिलते रहते हैं।उनकी मूल भूमि दादपुर के सुंदर और शांत परिप्रेक्ष्य से वह बहुत प्रभावित हैं और वह अपनी मातृभूमि को नमन करते हैं। उनके अथक प्रयास और समर्थन की पहचान में हम उन्हें सलाम करते हैं।इस सफलता पर खुशी जाहिर करते हुए तकिया पंचायत के पूर्व मुखिया हरिकृष्ण चौधरी,पूर्व मुखिया रामबाबू ताँती, भूतपूर्व सरपंच मो॰ मुर्तजा आलम,पूर्व सरपंच कपिलदेव पासवान, वर्तमान सरपंच काशी पासवान, पूर्व पंसस सुनिता चौधरी ,सुनील चौधरी,रामानंद चौधरी, कुन्दन कुमार साह, संतोष यादव,समाजिक कार्यकर्ता संतोष चौधरी बुलबुल आदि ने कहा है कि नीतीश ने दादपुर गांव भगवानपुर प्रखंड सहित बेगूसराय का नाम रौशन कर दिया है इस के लिए उन्हें बधाई देते हैं।