नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में सपा सरकार के दौरान कबीना मंत्री रहे और वर्तमान में रामपुर से विधायक आजम खां की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रहीं हैं। इसी क्रम में आजम के करीबी समाजवादी पार्टी के नेता और 25 हजार के इनामी युसूफ मलिक ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। युसूफ मलिक पिछले तीन साल पहले से वंछित चल रहा था।
कोर्ट ने युसूफ मलिक की जमानत याचिका खारिज कर दी, जिसके बाद उसे जेल भेज दिया गया। बता दें मुरादाबाद में अपर मुख्य नगर अधिकारी को धमकाने में सपा नेता के खिलाफ गंभीर धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया गया था। इसके बाद से वह फरार चल रहा था। मुरादाबाद पुलिस ने यूसुफ मलिक की गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।
मुरादाबाद के सपा नेता एवं पूर्व प्रदेश सचिव युसूफ मलिक के खिलाफ अजीमनगर थाने में 2019 में मुकदमा दर्ज कराया गया था। यूसुफ पर आलियागंज के ग्रामीण को बंधक बनाकर उस पर जानलेवा हमला करने का आरोप लगाया गया था। जमीन के मामले को लेकर यह विवाद हुआ था। यह जमीन जौहर यूनिवर्सिटी में शामिल कराने के विवाद से जुड़ी हुई थी। यूसुफ मलिक के खिलाफ मुरादाबाद के सिविल लाइंस थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था। मुरादाबाद पुलिस की कई टीमें अलग-अलग जिलों में उसकी तलाश में छापेमारी कर रही थीं, लेकिन उसने पुलिस को चकमा देते हुए रामपुर कोर्ट में सरेंडर कर दिया।
आजम खां के करीबी और 25 हजार के इनामी सपा नेता युसूफ मलिक ने कोर्ट में किया सरेंडर, अधिकारी को धमकाने पर दर्ज है मुकदमा
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