नई दिल्ली: भारत की सॉवरेन रेटिंग में कटौती के बाद मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने मंगलवार को भारत की 8 गैर वित्तीय कंपनियों और तीन बैंकों की रेटिंग घटा दी है. 8 कंपनियों में इन्फोसिस, टीसीएस, ओएनजीसी जैसे बड़ी कंपनियां शामिल हैं तो देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई, एचडीएफसी और एक्जिम बैंक की रेटिंग भी घटा दी है.मूडीज ने इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में काम करने वाली सात कंपनियों की भी रेटिंग एक पायदान घटा दी है जिनमें एनटीपीसी, एनएचएआई, गेल और अडाणी ग्रीन एनर्जी जैसी कंपनियां शामिल हैं. आईआरएफसी और हुडको की रेटिंग में भी एक पायदान की कमी की गई है.मूडीज ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी की वजह से अर्थव्यवस्था में आई बाधा और भारत की सॉवरेन रेटिंग घटाए जाने की वजह से मंगलवार को इन कंपनियों की रेटिंग में कटौती की गई है. मूडीज ने इससे पहले सोमवार को 22 साल में पहली बार भारत की साख को बीएए2 से घटाकर बीएए3 कर दिया. यह रेटिंग सबसे निचला निवेश गस्त हैं. इससे एक पायदान नीचे कबाड़ रेटिंग होती है.मूडीज ने कहा है, ओएनजीसी, एचपीसीएल, आयल इंडिया लिमिटेड, इंडियन आयल कार्पोरेशन लिमिटेड, बीपीसीएल, पेट्रोनेट एलएनजी, टीसीएस और इन्फोसिस- इन सभी आठ गैर- वित्तीय क्षेत्र की कंपनियों की दीर्घकालिक इश्युअर रेटिंग को घटा दिया गया है. इन सभी रेटिंग के लिये परिदृश्य नकारात्मक है. रेटिंग एजेंसी ने हालांकि रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की रेटिंग को बरकरार रखा है लेकिन उसके लिये परिदृश्य को स्थिर से बदलकर नकारात्मक कर दिया है.बैंकों के मामले में मूडीज ने एचडीएफसी बैंक और स्टेट बैंक की दीर्घकालिक स्थानीय और विदेशी मुद्रा जमा रेटिंग को बीएए2 से घटाकर बीएए3 कर दिया. एक्जिम इंडिया की दीर्घकालिक जारीकर्ता रेटिंग को नकारात्मक परिदृश्य के साथ बीएए3 पर ला दिया गया है. इन बैंकों की जमा रेटिंग उसी स्तर पर रखी गई है जिस स्तर पर भारत की रेटिंग है. यह रेटिंग बीएए3 पर है. इसके साथ ही मूडीज ने एचडीएफसी बैंक की बेसलाइन क्रेडिट ऐससमेंट (बीसीए) को बीएए2 से घटाकर बीएए3 कर दिया.मूडीज ने बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ इंडिया, केनारा बैंक और यूनियन बैंक ऑफ इडिया की दीर्घकालिक स्थानीय और विदेशी मुद्रा जमा रेटिंग और उनके बीसीए की भी समीक्षा कर रही है. एजेंसी ने इंडसइंड के दीर्घकालिक स्थानीय और विदेशी मुद्रा जमा रेटिंग को नकारात्मक परिदृश्य के साथ घटा दिया है.