नई दिल्ली. अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने 31 मार्च को समाप्त होने वाले चालू वित्त वर्ष के लिए भारत की इकोनॉमिक ग्रोथ के अनुमान को घटाकर 9% कर दिया है. इसके पीछे की वजह कोरोनावायरस के नए वैरिएंट का तेजी से बढऩा माना जा रहा है. जिसकी वजह से बिजनेस एक्टिविटी प्रभावित हुई है.वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक के नए अपडेट में आईएमएफ ने पिछले साल अक्टूबर में भारत के लिए 9.5 प्रतिशत ग्रोथ का अनुमान लगाया था. वहीं अगले वित्त वर्ष 2023 (अप्रैल 2022 से मार्च 2023) में भारत की इकोनॉमिक ग्रोथ 7.1 प्रतिशत रहने का अनुमान है.