गिरिडीह पुलिस ने फिर एसपी के निर्देश पर फिर दबोचा 13 साइबर अपराधी, ऐशो आराम देख कर अब पुलिस आयकर विभाग से संपति करेगी जब्त
गिरिडीह : गुजरते साल के साथ गिरिडीह पुलिस का फंदा साइबर अपराधियों में कसता जा रहा है। और अब तक 110 अपराधियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इसी क्रम में शनिवार को एक बार फिर एक साथ 13 साइबर अपराधियों को पुलिस ने दबोचा। गिरफ्तार सारे अपराधी खुद में साइबर अपराध के तिकड़मबाज हैं। पुलिस ने गिरफ्तार इन 13 अपराधियों के पास से एक ब्रेजा कार के साथ 43 सीम कार्ड, एक पासबुक, एक लाख नगद, दो बाइक, दो पेनकार्ड, 28 मोबाइल और पांच एटीएम कार्ड जब्त किया है। हालाकि जब्त सीम कार्ड में पांच फर्जी होने की बात सामने आई है।
इस दौरान एसपी दीपक कुमार शर्मा, साइबर डीएसपी संदीप सुमन ने प्रेसवार्ता कर शनिवार को पूरे मामले की जानकारी दिया। गिरफ्तार अपराधियों में अहिल्यापुर थाना इलाके के जमजोरी गांव निवासी सफरुदीन है। एसपी के अनुशार अपराधी सफरुदीन ही अपने गिरोह के साथियों को सीम उपलब्ध कराता था। इधर अन्य अपराधियों में जामताड़ा के नारायणपुर थाना इलाके के लटिया गांव निवासी विकास मंडल के इसी नाम का एक और अपराधी के साथ अहिल्यापुर थाना इलाके के देवपुर निवासी सुनील रवानी, मुकेश वर्मा, गांडेय के चंपापुर गांव निवासी इरफान अंसारी, दानिश अंसारी, तनवीर अंसारी, देवघर के मार्गोमुंडा थाना के बंसिमी गांव निवासी सोएब अख्तर, चम्पापर निवासी सैयद अंसारी उर्फ अली हसन, अहमद अंसारी, अबुल हसन और गांडेय के आशनबेनी गांव निवासी मनोज मंडल शामिल है। एसपी ने बताया की गिरफ्तार सारे अपराधी इतने बड़े तिकड़मबाज साइबर अपराधी है जो गूगल पर कोरियर सर्विस का ऐड बनाकर लोगो को झांसे में लेते, और उनके बैंक खाता में सेंधमारी करते। तो खुद को बैंक अधिकारी बनकर खाताधारको को ठगने से बाज नहीं आते थे।
यहां तक इन अपराधियों ने समाज के वृद्धजनों को भी नही बक्शा, और उन्हें वृद्धा पेंशन का लालच देकर उनके खाता से ठग चुके थे। इसी तरह पोषण ट्रेकर के जरिए गर्भवती महिलाओं को उनके नंबर पर कॉल कर मातृत्व लाभ दिलाने का लालच देकर भी ठगा करते थे। एसपी की माने तो गिरफ्तार 13 अपराधियों ने इसी साइबर अपराध के जरिए ही अवैध पैसे अर्जित किया, और अपने ऐशो आराम के लिए घरों में सारे समान भी जुटाए। जबकि कुछ अपराधियों ने तो महंगे गाड़ियों को भी खरीद रखा है। जिसमे एक ब्रेज़ा गाड़ी को जब्त किया गया। लिहाजा, अब गिरिडीह पुलिस इन्हे सिर्फ जेल भेजने तक सीमित नहीं रहकर इनके अवैध कमाई और संपति को खंगालने और जब्त करने के लिए आयकर विभाग को लिखेगी।