संतोष वर्मा
चाईबासा। पुलिस अधीक्षक इन्द्रजीत माहथा के निर्देश पर समकालीन अभियान के तहत जगनाथपुर पुलिस ने दुष्कर्म ओर हत्याकांड के एक अभियुक्त रामचंद्र सिंकू को गिरफ्तार कर मंगलवार को जेल भेज दिया।इस सबंध में थाना प्रभारी मधुसूदन मोदक ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त रामचंद्र सिंकू उर्फ सचिन्द्र सिंकू वर्ष 2007 में दुष्कर्म ओर हत्या के एक कांड में नामज़द अभियुक्त है। अभियुक्त गिरफ्तारी के डर से घर छोड़कर ओडिसा के बड़बिल में भाग कर रह रहा था। आरोपी 12 बर्षो से फिरारी था तथा न्यायालय चाईबासा से अभियुक्त के नाम लाल वारण्ट निर्गत किया गया था। अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए जगन्नाथपुर पुलिस लगातार प्रयासरत थी तथा पुलिस अभियुक्त पर नजर लगाई हुई थी एवं छापामारी भी की जा रही थी।
थाना प्रभारी मोदक ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि अभियुक्त रामचन्द्र सिंकू बड़बिल से काम करके अपना गाँव लौटा है अगर त्वरित करवाई की गई तो अभियुक्त की गिरफ्तारी हो सकती है उक्त सूचना पर सोमवार की मध्यरात्रि में अभियुक्त को गिरफ्तार कर मंडल कारा चाईबासा भेज दिया गया।
गिरफ्तारी दल में सअनि उमेश प्रसाद,, हवलदार जोगेश्वर मेहता, चालक प्रकाश बेहरा एवं ज़िलाबल के जवान शामिल थे।
रामचंद्र सिंकु अपने पांच साथियों के साथ मिलकर पहले दुष्कर्म किया फिर हत्या कर दी थी
जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र में मोंगरा पंचायत के मातिसाई टोला बाबनवासा में अपने ही गांव की एक लड़की के साथ अपने पांच दोस्तों के साथ जिसमें जगदीश सिंकु, प्रताप सिंकु, कैलाश सिंकु और नरेश सिंकु के साथ मिलकर 28 वर्षाय लड़की के साथ 15/7/2007 को दुष्कर्म कर हत्या कर दी.फिर साक्क्ष को छिपाने के लिए अपने दोस्तों के साथ घटना स्थल से तीन किमी दूर एक कुंऐं में साईकिल सहीत युवती को कुंऐ में फेक दिया गया था.इस घटना में शामिल तीन लोगों को पहले ही पुलिस गिरफ्तार जेल भेज दी थी.इसके बाद अन्य दो मुख्य आरोपी पुलिस के भय से गांव छोड़ कर पड़ोसी राज्य ओड़िसा में शरण ले रखा था.इसके बाद दोनो अभियुक्त के घर कुर्की भी हुई लेकिन अभियुक्त पुलिस बचते रहे. हलांकि नरेश सिंकु अब भी फिरार चल रहा है,मगर रामचंद्र सिंकु करीब 12 वर्ष वाद घर घुमने के लिए आया हुआ था.इसी बीच जगन्नाथपुर पुलिस को सुचना मिली और रामचंद्र पकड़े गया.