तंजावुर. तमिलनाडु के तंजावुर जिले से एक विचित्र और दुखद मामला सामने आया है. खबरों के मुताबिक मेला अलंगम क्षेत्र में आठ दिन की दो जुड़वा बहनों को बंदर उठा ले गए. उनमें से एक की मौत हो गई, जबकि एक घर की छत पर घायल अवस्था में मिली. बच्चियों के माता-पिता का कहना है कि बंदरों ने छत की टाइलें हटाकर घर में प्रवेश किया था. उस समय बच्चियों के पिता राजा काम पर थे, जबकि उनकी मां भुवनेश्वरी घर में ही खाना बना रही थीं.
हालांकि मीडिया से हुई बातचीत में पुलिस का कहना है कि अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगा. एक पुलिस अधिकारी ने इस बारे में बयान दिया है कि शनिवार दोपहर हमारे पास फोन आया कि एक दंपत्ति की नवजात बच्चियां गायब थीं. इसके बाद थाने से एक टीम उनके घर के लिए रवाना हुई. खोजबीन के बाद एक शिशु टाइल की छत के ऊपर पाया गया था, जबकि कुछ ही देर के बाद घर के पीछे गड्ढे में दूसरे बच्चे का शव पड़ा मिला.
इन पुलिस अधिकारी के मुताबिक, हमें मिली जानकारी के अनुसार, मां घर के अंदर खाना बना रही थी, जबकि जुड़वा बच्चियां सो रही थीं. ये कैसे हो सकता है? फिर, इस क्षेत्र में बंदर समूह में एक जगह से दूसरी जगह जाते हैं, लेकिन वे उग्र नहीं हैं. इस क्षेत्र में हमें बंदरों से खतरे से जुड़ी और कोई शिकायत नहीं मिली है.
वहीं, एक वन अधिकारी ने भी इस घटना पर अविश्वसनीयता जताते हुए मीडिया को बताया है कि घर में प्रवेश करने के लिए छत की टाइल्स को उखाडऩे और उसी छेद से वापिस निकल आने जैसी घटना पहले कभी सुनने को नहीं मिली. फिर शिशुओं के शरीर पर भी ऐसा कोई निशान मौजूद नहीं था, जो जानवरों द्वारा पकड़े जाने की तस्दीक करता हो. फिलहाल पुलिस ने आईपीसी की धारा 174 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली है और बच्चे के शव को तंजावुर के एक सरकारी अस्पताल में रखा गया है, जिसे पोस्टमार्टम के बाद उसे माता-पिता को सौंप दिया जाएगा.