होली खुशियों का त्यौहार है तो फिर क्यों न इस हंसी-खुशी और मेल-जोल के साथ मनाया जाए? होली के त्यौहार पर जितनी ज़्यादा ज़रूरत बालों को और स्किन को बचाने की होती है उससे कहीं ज़्यादा ज़रूरत आंखों और कानों को बचाने की है. रंग से खुद को बचाने के लिए हम लाख जतन करते हैं. पुराने कपड़े पहनते हैं. स्किन पर लोशन या क्रीम लगाते हैं. सिर में तेल लगा लेते हैं, लेकिन कानों को भूल जाते हैं. माना कि कानों को साफ करना ज़रा मुश्किल काम है, लेकिन ज़रा सोचिए अगर कान में रंग चला गया तो क्या करेंगे? कानों को सुरक्षित रखने का तरीका है कि उनमें ऑइल डालें. ऑलिव या फिर सरसों का तेल हल्का गरम करके उसकी एक-दो बूंदें कानों में डाल लें और ऊपर से कॉटन लगा लें. होली के मौके पर कुछ सावधानियां बरतें तो यह त्यौहार और खुशनुमा हो जाएगा.
1- अगर कोई रंग नहीं खेलना चाह रहा है तो रंग लगाने से पहले उसे बता दिया जाए कि उसे रंग लगाने की प्लानिंग है और वह तैयार हो जाए.
2- होली खेलने के दौरान कॉन्टैक्ट लेंस बिल्कुल भी न पहनें. ऐसा करने से रंग उनपर जम सकता है, जिससे बाद में आंखों में जलन और इरिटेशन हो सकती है.
3- होली खेलने के दौरान अपने हाथ या कोई अन्य चीज आंखों से टच न करें. जितना हो सके आंखों को रंगों से बचाने की कोशिश करें.
4- अगर किसी कारणवश रंग आंख में चला जाए तो आंखों को अच्छी तरह से धोएं. मलें नहीं. आंखें धोने के लिए ज़्यादा ठंडा या ज़्यादा गरम पानी का इस्तेमाल न करें. तब तक आंखों को साफ पानी से धोते रहें जब तक कि पूरा रंग न निकल जाए. इसके बाद भी अगर आंखों में किसी तरह की जलन महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
5- होली के दौरान सनग्लासेस पहन सकते हैं ताकि रंग आंखों में जाने से बच जाए.
6. होली खेलते वक्त मुंह में भी रंग जाने का रिस्क ज़्यादा होता है. अगर ऐसा हो तो सबसे पहले खूब कुल्ला करें और जो भी रंग अंदर गया है थूक दें. बिना हाथ धोए कुछ भी न खाएं. ढेर सारा पानी पिएं.