ब्रह्मर्षि विकास मंच जमशेदपुर के केबुल एवं नामदा बस्ती इकाई के संयुक्त तत्वावधान में शहीद बैकुण्ठ शुक्ल के शहादत दिवस केबुल वेलफेयर एसोसिएशन हाल , केबुल टाउन मे आयोजित की गई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सरयू राय, विशिष्ट अतिथि अमरप्रीत सिंह काले, एवं सम्मानित अतिथि के रूप मे झाविमो के महानगर अध्यक्ष बबुआ सिंह, अनिल सिंह, जे. पी. सिंह, अंगद तिवारी, अवधेश्वर ठाकुर, रामप्रकाश पांडेय, सीमा मिश्रा, मौजूद थे। कार्यक्रम की शुरुआत में अतिथियों द्वारा बैकुण्ठ शुक्ल, परशुराम जी एवं सहजानंद सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्वलित एवं पुष्प अर्पित की गई। इसके उपरांत सभी अतिथियों को शाल ओढाकर एवं पुष्प गुच्छ प्रदान कर सम्मानित किया गया। मंच संचालन कमलकांत एवं धन्यवाद ज्ञापन विनोद शुक्ला ने दिया। शहादत दिवस के अवसर पर बैकुण्ठ शुक्ल पर स्मारिका का विमोचन किया गया एवं रक्तदान शिविर आयोजित की गई। रक्तदान मे 103 यूनिट रक्त संग्रह की गई।
सरयू राय ने कहा कि समाज गतिशील होता है, समय के अनुसार चुनौतियां आती रहती है। आज समाज में विविधताएं बढ गई हैं। वर्तमान में नोलेज बेस्ड समाज बन गई है। विकास की नई परिभाषा गठित हो गई है।जब समाज में असहमति की वृधता होती है तभी समाज आगे बढता है।असहमति पर विचार करना चाहिए उसे नकार नहीं देना चाहिए। जो क्रांतिकारी होते हैं वे अपने विचारों से समाज को प्रेरित करते हैं और नई पीढी को उससे सीख लेने की आवश्यकता है। यदि अंग्रेज भी बैकुण्ठ शुक्ल के विचारों से सीख ली होती तो देश समय से काफी पहले आजाद हो जाता।
काले जी ने कहा कि समाज का अर्थ कमजोर कडी को दूर कर एक करना है।
सभी अतिथियों ने अपने संबोधन में शहीद बैकुण्ठ शुक्ल को महान क्रांतिकारी बताया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में झूलन ठाकुर, श्रीनिवास ठाकुर, मनोज ठाकुर, धर्मेंद्र सिंह, डी.एन. चौधरी, उदय कुमार, संजय सिंह, प्रभुनाथ ओझा, टी.एन. ठाकुर, सुरेश ठाकुर की अहम भूमिका रही।
शहादत दिवस के अवसर पर बैकुण्ठ शुक्ल पर स्मारिका का विमोचन
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