ओडिशा के कालाहांडी जिले के लांजीगढ़ स्थित वेंदाता लिमिटेड के ऐल्युमिनियम प्लांट के बाहर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हो गई। इस झड़प में कम से कम दो लोगों के मारे जाने की खबर है। मृतकों में ओडिशा औद्योगिक सुरक्षा बल (ओआईएसएफ) के एक जवान भी शामिल हैं। मृतकों की पहचान दानी बत्रा और सुजीत कुमार मिंज के तौर पर हुई है। दानी प्रदर्शनकर्ता थे जबकि सुजीत कुमार ओआईएसएफ के जवान। झड़प में कई लोगों के जख्मी होने की खबर है। इसी तरह का एक प्रदर्शन करीब एक साल पहले तमिलनाडु के तुतीकोरिन में हुआ था। पुलिस ने तुतीकोरिन स्थित वेदांता के कॉपर प्लांट के बाहर प्रदर्शन कर रहे लोगों पर गोली चला दी थी जिसमें 13 लोगों की मौत हो गई थी।
करीब 70 स्थानीय लोगों के एक ग्रुप ने लांजीगढ़ स्थित कंपनी के प्लांट के मेन गेट के बाहर धरना दिया था। वेदांता के प्लांट शुरू होने की वजह से उनको विस्थापित होने का खतरा है। वे अपने लिए संविदा पर नौकरी और अपने बच्चों को पब्लिक स्कूल में मुफ्त शिक्षा देने की मांग कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि पुलिस ने ओआईएसएफ के जवान के साथ मिलकर उनपर लाठीचार्ज किया। करीब के गांव के एक प्रदर्शनकारी ने बताया, ‘इससे दानी बत्रा नाम के एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई और कई घायल हो गए।’ केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने राज्य सरकार और पुलिस पर निशाना साधा है।
वेदांता की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है, ‘यह खबर सुनकर हमें गहरा शोक पहुंचा है। हम पीड़ित के परिवार के प्रति सांत्वना व्यक्त करते हैं। घटना की जांच कर रही अथॉरिटीज के साथ हम पूरी तरह से सहयोग करेंगे।’