वीर कुवंर सिंह जैसे योद्धा मरते नहीं अमर होते हैं : डाॅ आलम
राजपूताना युवा संघ ने मनाया वीर कुंवर सिंह की जयंती
चतरा:वीर कुंवर सिंह जैसे योद्धा मरते नहीं अमर होते हैं। इनके जैसे महामानव सौ दो सौ सालों में कभी कभी पैदा होते हैं। उक्त बातें मंगलवार को शहर से सटे हेरु नदी मंदिर प्रांगण में राजपूताना युवा संघ के तत्वावधान में आयोजित वीर कुंवर सिंह की जयंती सह विजयोत्सव कार्यक्रम को संबोधित करते हुए चतरा कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ. इफ्तेखार आलम ने कही। डॉ. आलम कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि वीर कुंवर सिंह का जन्म बिहार के जगदीशपुर गांव में 1777 ई. में हुई थी। वे देश के पहले स्वतंत्रता संग्राम के नायक थे। उन्हें अदम्य साहस व युद्ध में पारंगत शक्ति के कारण है वीर की उपाधि मिली थी। उन्होंने कहा कि युद्ध के दौरान एक हाथ में गोली लगने पर बाबू वीर कुंवर सिंह ने अपने दूसरे हाथ से गोली लगे हाथ को काट कर गंगा मैया को समर्पित कर दिया गया था। ऐसे कम योद्धा होते हैं जो सिर्फ देश के लिए जीते हैं और देश के लिए मरते हैं। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित जिला परिषद उपाध्यक्ष रूबी वर्मा ने कहा कि वीर कुंवर सिंह जयंती की शुरुआत अच्छी पहल है। वीर कुंवर सिंह को किसी जाति व समाज में बांट कर नहीं रखा जा सकता। वह पूरे देश के विभूति थे। उन्होंने पूरे देश के लिए अपनी कुर्बानियां दी। आज हम आजाद भारत में सांस ले रहे हैं यह वीर कुंवर सिंह जैसे योद्धाओं का ही देन है। जिला परिषद सदस्य निशा कुमारी ने कहा कि बाबू वीर कुंवर सिंह स्वतंत्रता संग्राम के पहले नायक थे। उन्होंने अपना पूरा जीवन भारत माता की रक्षा के लिए लगाया। वह 80 वर्ष के उम्र में भी देश के लिए लड़ते हुए अपने प्राणों की आहुति दी। चतरा कॉलेज के प्रो. नंदकिशोर सुलभ ने कहा कि बाबू वीर कुंवर सिंह वर्तमान समय में हम सभी के लिए प्रेरणा के पूंजी हैं। वीर कुंवर सिंह जैसे महापुरुषों को जातियों व समाज के बंधन में नहीं बांधा जा सकता। अभय कुमार सिंह ने वीर कुवंर सिंह के जीवन पर प्रकाश डाला । भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष विनय सिंह ने कहा कि राजपूताना युवा संघ ने वीर कुंवर सिंह की जयंती मनाने की जो शुरुआत की है वह प्रशंसनीय है। पूर्व जिला परिषद सदस्य संतोष कुमार सिंह ने कहा कि बाबू वीर कुंवर सिंह हम सभी के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। रिशु सिंह ने कहा कि समाज को बाबू वीर कुंवर सिंह के जीवनी पर गर्व है। हरेश कुमार सिंह ने कहा कि बाबू वीर कुंवर सिंह देश के गौरव थे। उन्होंने अपना पूरा जीवन देश के लिए लगाया। मंच का संचालन मृत्युंजय कुमार सिंह व धन्यवाद ज्ञापन मंजीत सिंह ने किया।
नौ युवकों ने किया रक्त दान
बाबू वीर कुंवर सिंह की जयंती सह विज्योत्सव के उपलक्ष पर राजपूताना युवा संघ के युवकों ने रक्तदान भी किया। कार्यक्रम के बाद युवकों की टोली भारतीय रेड क्रॉस सोसायटी स्थित ब्लड बैंक में पहुंचकर रक्तदान किया। रक्तदान करने वालों में बाबू मृत्युंजय सिंह, मनीष कुमार सिंह, सिटू सिंह, सुमित सिंह, गौतम सिंह, प्रशांत सिंह, रविकांत सिंह, सत्यम सिंह व श्रीतम सिंह का नाम शामिल है। मौके पर रेड क्रॉस सोसायटी के सचिव राजकुमार अग्रवाल व कोषाध्यक्ष स्नेह राज सहित अन्य कई उपस्थित थे।