नई दिल्ली: अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर मंगलवार को गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिर के कपाट खुलने के साथ ही उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित चारधामों की यात्रा की शुरुआत हो जाएगी. केदारनाथ धाम के कपाट जहां नौ मई को खुलेंगे वहीं बद्रीनाथ मंदिर के कपाट 10 मई को खुलेंगे. उत्तरकाशी जिले में स्थित विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री मंदिर के कपाट मंगलवार सुबह 11:30 पर श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोल दिए जाएंगे जबकि यमुनोत्री धाम के कपाट रोहिणी नक्षत्र में दोपहर 1:15 पर खोले जाएंगे.मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने देश-विदेश से चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं का राज्य में स्वागत किया है. उन्होंने कहा है कि चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की सुख-सुविधाओं और सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाएगा. प्रदेश के पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि भारी बर्फबारी के बावजूद केदारनाथ में यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए राज्य सरकार तथा जिला प्रशासन द्वारा सभी संभव प्रयास किए जा रहे हैं.उन्होंने कहा कि कपाट खुलने से पूर्व समस्त तैयारियां पूर्ण कर ली जाएंगी. साथ ही ये भी बताया कि केदारनाथ धाम में लगभग 3000 यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था उपलब्ध है. दरअसल, 6 महीने तक चलने वाली इस यात्रा के दौरान देश-विदेश से आने वाले लाखों श्रद्धालु और पर्यटक स्थानीय जनता के रोजगार और आजीविका का साधन हैं, इसीलिए चारधाम यात्रा को गढ़वाल हिमालय की अर्थव्यवस्था की रीढ़ माना जाता है.