नई दिल्ली: भारी बारिश और 175 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली प्रचंड हवाओं के साथ चक्रवाती तूफान ‘फोनी’ ने शुक्रवार सुबह ओडिशा तट पर दस्तक दी. इससे कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई है. तूफान पश्चिम बंगाल पहुंच गया है. इसके मद्देनजर राज्य सरकार ने एतियातन कई कदम उठाए हैं और तटीय क्षेत्रों में रेल अलर्ट जारी किया है. पश्चिम बंगाल की ओर बढ़ने के मद्देनजर राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अगले 48 घंटे के लिए पूर्वनियोजित अपनी सभी चुनावी रैलियों को रद्द कर दिया है. फोनी के शनिवार को बांग्लादेश में दस्तक देने की संभावना है.
ओड़िशा में आयी तबाही को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सूबे के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से बात की. पीएम मोदी ने अपने ट्विटर वॉल पर लिखा कि मैंने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक जी से बात की है और फोनी तूफान को लेकर चर्चा की है. मैंने उन्हें हर संभव मदद का भरोसा दिया है. पूरा देश तूफान से प्रभावित हुइए लोगों के साथ खड़ा है.
आपको बता दें कि तीर्थनगरी पुरी व भुवनेश्वर में तूफान ने काफी तबाही मचायी है. भुवनेश्वर रेलवे स्टेशन की छत, दीवारें, होर्डिंग्स हवा में उड़ गये. शुक्रवार की शाम तक आठ लोगों की जान जा चुकी है और 160 लोग घायल हुए हैं. 12 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. कोलकाता एयरपोर्ट सुबह 8 बजे उड़ान की आवाजाही के लिए फिर से खुल गया. उड़ानों के आगमन और प्रस्थान की बहाली के लिए निरीक्षण चल रहा है और तैयारी चल रही है. पहली उड़ान 9.45 बजे निर्धारित है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने चक्रवाती तूफान ‘फोनी’ के कारण भुवनेश्वर में एम्स पीजी 2019 परीक्षा को रद्द करने की घोषणा की. यह परीक्षा पांच मई को निर्धारित थी. दरअसल, तूफान के कारण एम्स भुवनेश्वर में एक इमारत की छत का एक हिस्सा टूट गया. सभी छात्र, स्टॉफ और मरीज सुरक्षित हैं. राज्य में संचार एवं विद्युत सेवाएं पूरी तरह ठप हो गयी हैं.
एनडीआरएफ की टीमें प्रभावित जिलों में तैनात हैं. मौसम विभाग के मुताबिक अगले तीन दिनों तक तेज हवाओं के साथ बारिश होगी. पुरी से आगे बढ़ने के बाद फोनी की रफ्तार धीमी पड़ी है. हालांकि, ज्यों-ज्यों पश्चिम बंगाल की तरफ बढ़ रहा है. इसका असर बढ़ा है. प बंगाल के दीघा व आसपास के क्षेत्रों में 125 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चलीं.