जयपुर : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने यह कह कर कि- भारत परमाणु हथियारों के पहले इस्तेमाल न करने की नीति पर अभी भी कायम है, लेकिन भविष्य में क्या होता है यह परिस्थितियों पर निर्भर करता है, पाकिस्तान को बड़ी चेतावनी दे दी है कि यदि पाकिस्तान संभला नहीं तो परमाणु हथियार पर संयम की नीति बदल भी सकती है.रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पोखरण का दौरा किया, जहां भारत ने 1998 में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में परमाणु परीक्षण किया था. सिंह ने अटल बिहारी वाजपेयी को उनकी पहली पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की. उन्होंने अपने ट्वीट संदेश में अटल जी को स्वतंत्र भारत का एक प्रमुख राजनेता बताया. उन्होंने कहा कि यह उनके लिए सौभाग्य की बात है कि उन्हें पोखरण में पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि देने का अवसर प्राप्त हुआ है.सिंह ने इस मौके पर कहा कि- पोखरण भारत को परमाणु शक्ति बनाने और ‘पहला प्रयोग नहीं’ के लिए अटल जी के दृढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाता है. भारत ने इस सिद्धान्त का कड़ाई से पालन किया है. भविष्य में क्या होगा, यह परिस्थितियों पर निर्भर करता है.उन्होंने यह भी कहा कि भारत एक जिम्मेदार परमाणु राष्ट्र की भूमिका निभा रहा है. यह देश के हर नागरिक के लिए गर्व का विषय है. राष्ट्र अटल जी की महानता के प्रति हमेशा ऋणी रहेगा.सिंह के परमाणु नीति को लेकर नए नजरिए के बाद बीजेपी सांसद सुब्रमण्यन स्वामी ने राजनाथ सिंह से सहमति जताते हुए ट्वीट किया कि- राजनाथ सिंह की वाजपेयी की पहले परमाणु हथियार ना इस्तेमाल करने की नीति की समीक्षा की चेतावनी सही है, क्योंकि पाकिस्तान का नेतृत्व 1998 की तुलना में उद्दंड है.उल्लेखनीय है कि लंबे समय से पाकिस्तान अपने नापाक इरादों के चलते भारत के साथ लगातार तनाव बढ़ा रहा है. यदि पाकिस्तान सीमा पर आतंकवाद को समर्थन देना बंद नहीं करता है तो भविष्य में भारत को पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाने होंगे!
पाकिस्तान नहीं संभला तो परमाणु हथियार पर संयम की नीति बदल भी सकती है?
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