कोलकाता : लोकसभा चुनाव से पहले वाममोर्चा के साथ कांग्रेस के गठबंधन को झटका लग गया है. कांग्रेस ने घोषणा कर दी है कि वह राज्य की सभी 42 लोकसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सोेमेन मित्रा ने इसकी घोषणा की. रविवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय विधान भवन में हुई कांग्रेस के आला नेताओं की बैठक के बाद इस बारे में फैसला लिया गया. बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत में श्री मित्रा ने इसकी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि पार्टी का सम्मान सबसे पहले है. गौरतलब है कि माकपा की ओर से राज्य की 25 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा किये जाने के बाद से अब यह साफ हो गया था कि माकपा, कांग्रेस से गठबंधन को बहुत अधिक महत्व नहीं दे रही है.
श्री मित्रा ने कहा कि केंद्र में भाजपा की सरकार की असहिष्णुता के खिलाफ उनकी लड़ाई है. राज्य में शिक्षा के क्षेत्र में चल रही राजनीति, महिला उत्पीड़न, हिंसा के खिलाफ उनकी लड़ाई है. उन्होंने कहा कि आखिर वाममोर्चा के साथ गठबंधन को लेकर वह कब तक बात करेंगे. प्रदेश कांग्रेस की ओर से उम्मीदवारों की सूची आलाकमान को भेजी जायेगी उसके बाद ही उम्मीदवारों की घोषणा की जायेगी. उल्लेखनीय है कि कांग्रेस मुर्शिदाबाद और रायगंज सीट पर उम्मीदवार उतारना चाहती थी लेकिन माकपा ने पहले ही वहां उम्मीदवार की घोषणा कर दी. उसके बाद पुरुलिया और बशिरहाट सीट पर उनकी उम्मीदें थीं लेकिन कांग्रेस से बिना सलाह किए इन सीटों पर भी उम्मीदवार उतार दिया गया.
पश्चिम बंगाल में अकेले लड़ेगी कांग्रेस
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