धुमधाम व श्रद्धापूर्वक सम्पन्न हुई जैनियों का महापर्व “पर्युषण “|
उत्तम मुनि |
संवाददाता,नाला(जामताड़ा)— सालकुंडा श्वेताम्बर जैन मंदिर में हर वर्ष की भाँति इस वर्ष भी जैन धर्म का महा पर्व पर्युषण धुमधाम व श्रद्धापूर्वक नियम निष्ठा के साथ सम्पन्न हुई | विदित हो कि यह महापर्व श्वेताम्बर भाद्रपद मास कृष्ण पक्ष से शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि तक मनाई जाती है |विदित हो कि पर्व के दौरान सुबह 7 बजे से 12 बजे तक पूजा अर्चना एवं अपराह्न 4 से 6 बजे तक मौन व्रत एवं रात्री में राजा कुमार पाल के द्वारा भगवान महावीर की आरती होती है | विदित हो कि सम्पूर्ण कर्मकांड चैन्नई से पधारे पं० सुरेश जैन एवं बैगलोर से पधारे पं० प्रबीन भाई जैन के सानिध्य में की गई | मालुम हो कि पर्व के दौरान कई लोग व व्रती 16 उपवास भी करते हैं इसमें कठोर नियमों का पालन करना पड़ता है | इस दौरान लोग उबले हुए पानी का सेवन करते हैं जबकी रात्री में भोजन नहीं करते हैं | अर्थात रात्री भोजन का त्याग करते हैं | वहीं क्षमापना के दिन 33 कोटी जीवों से क्षमा याचना की जाती है | इस संबंध में परिव्राजक /सेवक राजेन्द्र सोराक का कहना है कि यह महापर्व मोक्र प्राप्ति का एकमात्र साधन है | पुरोहित सुरेश जैन ने कहा कि यह पर्व बुरे कर्मों का नाश कर हमें सत्य और अहिंसा के मार्ग की ओर प्रेरित करता है | कहा कि हमें निरंतर भगवान महावीर के उपदेशों का अनुसरण करना चाहिए और आत्म साधना में लीन होकर हमें मोक्ष का मार्ग प्रसस्त करनी चाहिए | कहा जीवों में दया करना सबसे बड़ा धर्म है |विदित हो कि इस आठ दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान के दौरान क्षेत्र में भक्तिमय माहौल बना हुआ है | लोग सात्वीक नियमों का पालन कर रहे हैं | आज के इस धार्मिक अनुष्ठान के सफल आयोजन में सुरेश जैन ,प्रबीन भाई जैन,राकेश जैन,हरे कृष्ण सराक ,झुनु ,ईला ,झरना ,पिउ ,पायेल ,रूली ,सीमा आदि व्रतियों की सक्रिय योगदान रहा |
फोटो– जैनियों के पर्युषण महापर्व के दौरान मंदिर में मौजुद भक्त तथा भगवान महावीर की आरती करती सखी मंडल व उपासक |
धुमधाम व श्रद्धापूर्वक सम्पन्न हुई जैनियों का महापर्व “पर्युषण “
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