याद रखना
डॉक्टर कल्याणी कबीर
तिरंगे की कहानी याद रखना ,
उन वीरों की कुर्बानी याद रखना !
जवाँ बेटे को खो बैठी है जो माँ ,
उन आँखों में है पानी याद रखना !
हिंद की शान में जो जान न दे ,
है कायर वो जवानी याद रखना !
हिमालय ताज सा है मस्तक पर ,
और चुनर उसकी धानी याद रखना !
नजर तिरछी किसी दुश्मन की न हो ,
लहू में हो रवानी याद रखना !
वतन हो कर्म अपना ,धर्म अपना ,
है साँसें आनी - जानी याद रखना !