चाईबासा से बड़ी खबर
संतोष वर्मा
चाईबासा। पश्चिम सिंहभूम जिले के टोंटो थाना क्षेत्र के केंजरा गांव में बिते सोमबार को डायन के आरोप में सुना दोराईबुरू नामक युवक की हत्या कर शव को कुंऐं में फेक देने का मामला प्रकाश में आया था. वहीं इस हत्या काण्ड का गुत्थी जगन्नाथपुर एसडीपीओ प्रदीप उरांव ने टोंटो पुलिस के सहयोग से महज 90 घंटे में सुलझा कर एक हत्यारा को गिरफ्तार करने में सफलता हांसिल की.वहीं इस मामले को लेकर शुक्रवार को एसडीपीओ प्रदीप उरांव ने मामले का उदभेदन करते हुए बताया की सोना दोराईबुरू की अपहरण एक जुलाई को करने के बाद दो जुलाई को मंगल सिंह दोराईबुरू, प्रधान दोराईबुरू, कुरपा दोराईबुरू, जोबा हेस्सा, बिरसा हेस्सा,कुरपा उर्फ कुरपे दोराईबुरू द्वारा हत्या की गई थी. जिसके आलोक में टोंटो थाना में कांड संख्या 18/19 दर्ज कर अंकित की गई थी. वहीं पुलिस द्वारा गहन अनुसंधान के क्रम में पता चला की मृतक का बड़ा भाई हरी चरण दोराईबुरू उर्फ हरी दोराईबुरू के द्वारा अपने ही छोटे भाई सोना दोराईबुरू की हत्या का साजिश रचा गया था.इधर जब टोंटो पुलिस द्वारा हरी चरण दोराईबुरू को गिरफ्तार करने के बाद हरी चरण दोराईबुरू द्वारा बताया गया की पूर्व में मेरा छोटा भाई सुना दोराईबुरु द्वारा जमीन विवाद को लेकर हमेशा झगड़ा किया करता था तथा तीर धनुष लेकर मुझे मारने का प्रयास करता था.इसी मामले के आक्रोश में मैने अपने छह सात साथियों के साथ भाई सुना दोराईबुरू की हत्या करने का योजना बनाया और अपने साथियों के साथ मृतक को एक जुलाई की रात करीब सात बजे घर से बुलाकर जंगल की ओर ले गया उसके बाद लाठी व पत्थड़ से मार कर हत्या कर दी तथा बाद में शव को कुंआ में फेक दिया. एसडीपीओ प्रदीप उरांव ने कहा की मृतक का भाई को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.तथा बाकी अन्य आरोपिंयों को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दी जायेगी. ज्ञात हो की गांव में दो वर्ष बाद घर लौटे गोबाय दोराईबुरु की सोमवार को सात लोगों ने मिल कर हत्या कर दी थी. दरअसल, गोबाय दोराईबुरु को दो वर्ष पूर्व डायन के आरोप में परिवार सहित गांव से निकाल दिया गया था। दो दिन पहले जब वह वापस लौटा था तो उसकी हत्या कर शव को कुएं में फेंक दिया गया था.
गोबाय दोराईबुरु की पत्नी सूना दोराईबुरु ने पति के हत्या के आरोप में नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई है। पत्नी ने मंगल सिंह दौराईबुरु, प्रधान दोराईबुरु, जुंबा हेस्सा, विरसा हेस्सा, कुरपे दोराईबुरु, विरसा हेस्सा (अन्य व्यक्ति), हरिचरण दोराईबुरु पर उसके पति की हत्या करने का आरोप लगाया है। सभी आरोपी गाँव से फरार चल रहा था
पत्नी सूना दोराईबुरु के मुताबिक आरोपियों ने दो साल पहले उसके पति पर डायन होने का आरोप लगाया था. जिसके बाद आरोपियों ने उनके घर को तोड़ उन्हें गाँव से बाहर कर दिया था. आरोपियों से डरकर पति गोबाय दोराईबुरु अपनी पत्नी बच्चों को लेकर आदित्यपुर के नेपाली बस्ती चला गया, वहां मजदूरी कर गुजर बसर कर रहा था. लेकिन इसी बीच वह गाँव अपनी जमीन खेती बाड़ी देखने पहुंचा था.
इसी दौरान सोमवार को गाँव में पति पत्नी अपने मवेशियों को खोजने लगे. तभी आरोपियों ने घेरकर पति की लाठी डंडे व पत्थर से कुचकर निर्मम हत्या कर दी। पत्नी सुना दोराईबुरु जान बचाकर किसी तरह भागने में सफल रही, नहीं भागती तो आरोपी उसकी भी हत्या कर देते. पति की हत्या के बाद भागकर पत्नी अपने दोनों बच्चे हरि दोराईबुरु व कांडे दोराईबुरु के साथ टोंटो थाने में शरण ले ली. सूना दोराईबुरु ने पुलिस को बताया कि आरोपियों में हरीचरण दोराईबुरु रिश्ते में उसका भैंसुर भी लगता है. उसने ही हत्या कराने के लिए आरोपियों को एक लाख रुपये देने का बात कही थी. पुलिस ने केंजरा गांव और आसपास के जंगलों में खोजबीन की और उसके बाद गाँव के एक कुएं से गोबाय का शव निकाला.
BYTE:- प्रदीप उराँव – डीएसपी, चाईबासा