संतोष वर्मा
चाईबासा। जिला परिषद अध्यक्ष लालमुनी पुरती ने शनिवार को जगन्नाथपुर प्रखण्ड में आर्पूति विभाग द्वारा संचालित पीडीएस गोदाम व राशन दुकानों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान लालमुनी पुरती सबसे पहले मोंगरा गांव के जनवितरण प्रणाली दुकान पहुंचे। यहां उन्होने गांव के कई कार्डधारियों से राशन किरासन विपरण व इसकी गुणवर्त्ता को लेकर जानकारी ली। उसके बाद जिला परिषद अध्यक्ष प्रखण्ड कार्यालय स्थित आर्पूति गोदाम का निरीक्षण किया। इस दौरान ट्रक से अनलोड हो रहे चावल की गुणवत्ता को भी देखा। वही गोदाम के एजीएम से गोदाम का संचालन संबंधित जानकारी ली। जिला परिषद अध्यक्ष ने एजीएम से सवाल किये कि डीलरों को मिलने वाली आवंटित चावल क्या गोदाम से वजन होकर मिलती है। डीलर को बोरा सहित चावल का वजन दिया जाता है कि बोरा के वजन के हिसाब से अतिरिक्त चावल डीलर को दिया जाता है। इस पर एजीएम ने कहा वजन करके डीलर को चावल दिया जाता है। तभी पास खङे बीस सूत्री के अध्यक्ष बंगाली प्रधान ने कहा कि गोदाम से वजन करके डीलर को चावल नही मिलता है। वही डीलर द्वारा कार्डधारी को 32 – 33 किलो अनाज मिलता है। इस बात को सुनकर जिला परिषद अध्यक्ष लालमुनी पुरती नाराज दिखी। उन्होने एजीएम को व्यवस्था में सुधार लाने को कहा। फिर सुश्री पुरती तोडांगहातु गांव के राशन डीलर शकुंतला कुई का राशन दुकान का निरीक्षण किया। दुकान के बाहर कार्डधारियों का सूची डिस्पले नही किया देख नाराज दिखे कहा नाम को जल्द से जल्द सार्वजनिक किया जाये। वही डीलर ने बताया कि पूर्व में दिवार पर सूची लिखी गई थी। हाल फिलहाल में मागे पर्व को लेकर दिवार की रंगाई होने के कारण मिट गई है। इस दौरान सुश्री पुरती दर्जन भर कार्डधारियों से मिली और डीलर से मिलने वाली राशन किरासन के मात्रा की जानकारी ली। किन्तु कार्डधारी मात्रा या कुल राशि बताने में असर्थ दिखे। उसके बाद राशन दुकान जांच संबंधित एक प्रपत्र भी भरा गया। जिसमें राशन दुकान को दुरुस्त करने संबंधित कई सवाल शामिल थे। मौके पर डीलर शकुंतला कुई ने बताया कि गोदाम से वजन के अनुसार चावल नही मिलता है। जिस कारण अंत्तोदय के कार्डधारियों को ढेङ किलो चावल कम दिया जाता है। साथ ही खाली बोरा का वजन के हिसाब से भी अतिरिक्त चावल नही मिलता है। जिला परिषद अध्यक्ष ने डीलर से सवाल किया गया कि क्या किरासन तेल डीपो में जीएसटी आदि टैक्स काटने के बाद भी अतिरिक्त राशी ली जाती है। इस पर डीलर ने कहा किरासन तेल अपना भाङा लगाकर दुकान लाया जाता है। किन्तु चावल गोदाम से ही कम मिलता है। जिस कारण कार्डधारियों के कोटा से कटौती की जाती है। ताकी सभी कार्डधारी को चावल दी जा सके।
वही बीस सूत्री अध्यक्ष बंगाली प्रधान सहित अन्य ने कहा कि प्रखण्ड राशन दुकानों में कही 55 तो कहीं 60 रुयपे लीटर किरासन मिलता है। मौके पर जिला परिषद अध्यक्ष लालमुनी पुरती ने कहा कि लगातार जिला के विभिन्न प्रखण्डों से राशन किरासन में वितरण आदि को लेकर शिकायतें आ रही है। जिसकी वस्तुस्थिति की जानकारी आज औचक निरीक्षण कर ली गई। आर्पूति गोदाम में राशन का आयात व निर्यात होने वाले पंजी इसका राशन वितरण का मेनटन कैसे कर रहे है इसकी जांच करायी जायेगी। डीलर का कहना है कि रजिस्टर में कुछ और वजन लिखा जाता है, लेकिन असलियत में चावल कम रहती है। उन्होने कहा कि डीलर को राशन की डिलिवरी उसके दुकान के सामने वजन करके दिया जाना चाहिए। लेकिन ऐसा नही दिया जा रहा है। यह भी जांच का विषय है। यह ट्रांसपोटर की जिम्मेदारी है कि वजन करके राशन दुकान में गिरनी चाहिए। निरीक्षण के दौरान प्रखण्ड विकास पदाधिकारी रामनारायण खालको, जिला परिषद भाग वन के सदस्य अभिषेक सिंकु, भाग टू के सदस्य सरिता प्रधान, मोंगरा पंचायत मुखिया शिशिर सिंकु, बीस सूत्री अध्यक्ष बंगाली प्रधान, मो. शमशेर आलम सहित अन्य उपस्थित थे।