घायल हिन्दुस्तान मुसाफिर
बदल रहा परिवेश मुसाफिर
आमजनों को क्लेश मुसाफिर
यूं बदले हालात आजकल
जलता अपना देश मुसाफिर
खूब मचाते शोर मुसाफिर
बहुमत का है जोर मुसाफिर
पता नहीं क्यों ऐसा लगता
पत्रकार कमजोर मुसाफिर
दें हाथों को काम मुसाफिर
और काम का दाम मुसाफिर
वरना आनेवाले कल में
होगे तुम बदनाम मुसाफिर
लोकतंत्र की जान मुसाफिर
संविधान है शान मुसाफिर
विश्व-गुरू तो बात दूर की
घायल हिन्दुस्तान मुसाफिर
छोड़ो तीखे बोल मुसाफिर
प्रेम बहुत अनमोल मुसाफिर
फिर आपस में कोशिश करके
जहर रहे क्यों घोल मुसाफिर
पत्रकार की पीर मुसाफिर
शासन की जंजीर मुसाफिर
दिल में डर है कहीं देश की
बदले ना तस्वीर मुसाफिर
सब सत्ता का खेल मुसाफिर
गठबन्धन अनमेल मुसाफिर
चलो सुमन बदलो हालत को
कर आपस में मेल मुसाफिर
नोट – आज के हालात पर एक नया मुसाफिरनामा
सादर
श्यामल सुमन