पटना : एनडीए के तीनों घटक दलों के बीच सीटों का गणित तो सुलझ गया, पर भाजपा के भीतर एक नया झमेला खड़ा हो गया. सोमवार को वरिष्ठ नेता व केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कड़े तेवर दिखाते हुए सख्त बयानबाजी की. उन्होंने इशारों-इशारों में कहा कि उनका सीट बदलना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. एक निजी चैनल से बातचीत में उन्होंने कहा कि वह पार्टी के कार्यकर्ता हैं और रहेंगे. इधर, उनके सख्त तेवर को देखते हुए पार्टी आलाकमान के बुलावे पर सोमवार की देर शाम दिल्ली पहुंचे. दूसरी ओर, भाजपा के विधान पार्षद और बेगूसराय से टिकट को इच्छुक रहे रजनीश कुमार सिंह ने गिरिराज सिंह को सलाह दी है कि वह नवादा का मोह त्याग कर बेगूसराय में चुनाव लड़ने आएं. नाराज गिरिराज को लोजपा संसदीय दल के अध्यक्ष चिराग पासवान ने भी मनाने की कोशिश की है. गौरतलब है कि नवादा की सीट लोजपा को दी गयी है, जबकि मुंगेर की लोजपा सीट जदयू को दी गयी है. झंझारपुर के सांसद वीरेंद्र चौधरी ने वशिष्ठ से की मुलाकात, नीतीश से मांगी समय : भाजपा में अकेले गिरिराज सिंह ही नहीं हैं, जो सीट बदलने की वजह से नाराज हैं. झंझारपुर सांसद वीरेंद्र कुमार चौधरी ने अपनी सीट जदयू को दिये जाने के बाद सोमवार को जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह से मुलाकात की. उन्होंने जदयू अध्यक्ष से अपनी पार्टी से उम्मीदवार बनाने की अपील की. श्री चौधरी ने मुख्यमंत्री और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार से मुलाकात का समय मांगा है. श्री चौधरी ने कहा कि उन्हें टिकट कट जाने से दुख हुआ है. पर, वो चाहते हैं कि इस बार भी नरेंद्र मोदी ही प्रधानमंत्री बनें.