नई दिल्ली. केंद्र सरकार ने छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दर में कटौती करने का फैसला वापस ले लिया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ट्वीट कर ये जानकारी दी है. इस ट्वीट के बाद करोड़ों लोगो ने राहत की सांस ली है. बुधवार रात ही खबर आई थी कि फाइनेंशियल ईयर 2021-22 की पहली तिमाही के लिए छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दर घटा दी गई है, लेकिन अब ये फैसला वापस ले लिया गया है.
भारत सरकार की लघु बचत योजनाओं की ब्याज दरें उन दरों पर बनी रहेंगी, जो 2020-2021 की अंतिम तिमाही में मौजूद थीं, यानी मार्च 2021 तक लागू होने वाली दरें. इन योजनाओं में किसान विकास पत्र (KVP), वरिष्ठ नागरिक बचत योजना, पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) एवं सुकन्या समृद्धि योजना शामिल हैं.
1. सुकन्या समृद्धि योजना
सुकन्या समृद्धि योजना लोगों के बीच काफी लोकप्रिय स्कीम है. सुकन्या समृद्धि योजना पर मिलने वाले ब्याज को सरकार ने 7.6 फीसदी से घटाकर 6.9 फीसदी कर दिया गया था. जो अब पहले की तरह ही रहेंगी.
2. पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF)
PPF मिडिल क्लास के लिए सबसे लोकप्रिय टैक्स सेविंग्स स्कीम है. सरकार ने पीपीएफ पर दिए जाने वाले ब्याज में 70 बेसिस प्वाइंट की कटौती के बाद नई दर 6.4 फीसदी हो गई थी, जो पहले 7.1 फीसदी हुआ करती थी.
3. वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS)
केंद्र सरकार ने सीनियर सिटीजंस सेविंग स्कीम पर मिलने वाले ब्याज को 7.4 फीसदी से घटाकर 6.5 फीसदी कर दिया था.
4. किसान विकास पत्र (KVP)
केंद्र सरकार के ब्याज कटौती के फैसले से किसान विकास पत्र पर दोहरी मार पड़ी थी. क्योंकि इस पर ब्याज दरों में कटौती के साथ ही इसकी अवधि को 124 महीने से बढ़ाकर 138 दिन महीने कर दिया था. लेकिन अब ये पहले जैसी ही रहेगी. किसान इस योजना से अच्छा ब्याज हासिल कर लेते हैं.