● किसान और जवानों की सच्ची हितैषी है भाजपा : विद्युत
● मोदी सरकार आने के बाद राज्य के 34939 स्कूलों में पहुँची बिजली, मिले बेंच-डेस्क : मेनका
भारतीय जनता पार्टी किसान और जवानों की सच्ची हितैषी है। झारखंड देश का इकलौता राज्य है जो किसानों की फ़सल बीमा का प्रीमियम भी भरता है। प्रदेश के 14.50 लाख किसानों को एक साल की अवधि के लिए ब्याज मुक्त ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। वहीं पुलिस जवानों को एक साल में 13 महीनों के वेतन भुगतान की स्वीकृति राज्य सरकार ने दी है। उक्त बातें जमशेदपुर के वर्तमान सांसद और एनडीए प्रत्याशी विद्युत वरण महतो ने कही। श्री महतो ने मंगलवार को पोटका विधानसभा के कोवाली, पोटका और आसनबनी मण्डलों का दौरा कर स्थानीय विधायक मेनका सरदार संग जनसंपर्क चलाया। उन्होंने स्थानीय पार्टी कार्यकर्ताओं संग छोटी बैठकें भी किये और ग्रामीणों संग चौपाल लगाकर विकास योजनाओं पर चर्चाएं की। विद्युत वरण महतो ने कहा कि मोदी सरकार ने सभी वर्गों को विकास से जोड़ा है। वृद्धा, दिव्यांग, विधवा, आदिम जनजाति को सामाजिक सुरक्षा श्रेणी के अंतर्गत लाभुकों की पेंशन राशि 600 रुपये से बढ़ाकर 1000 रुपये प्रति माह किया गया है। इस दौरान पोटका की विधायक मेनका सरदार ने भी विद्युत वरण महतो के पक्ष में वोट मांगा। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य में भाजपा की सरकार होने से तीव्र गति से विकास संभव हुआ। 2014 कि पहले झारखंड में सिर्फ़ 3269 सरकारी स्कूलों में बेंच-डेस्क की सुविधा उपलब्ध थी। सरकार बनने के बाद सभी 34939 स्कूलों में बेंच-डेस्क लगवा दिए गए हैं। साथ ही साथ स्कूलों का विद्युतीकरण भी पूर्ण हो चुके है। इस दौरान सांसद ने ग्रामीणों संग राजनीतिक विषयों पर बातचीत भी किया। श्री महतो चुनावी माहौल का भरपूर आनंद लेते दिखें। उन्होंने छोटे बच्चों से मिलकर उनका अभिवादन भी स्वीकारा। वहीं कुछ बच्चों को अपनी गोद मे भी बिठाकर खेलाया। इन दौरान ग्रामीणों संग उन्होंने पदयात्रा कर काफ़ी दूरी तय किया। जनसम्पर्क के दौरान छोटे बच्चें भी हाथों में भाजपा का ध्वज और मोदी का मुखौटा लगाये उत्साह से लैश दिखें। अबकी बार फ़िर मोदी सरकार के नारों से युवाओं और बुजुर्गों ने विद्युत वरण महतो को आशीर्वाद दिया। सोमवार को विद्युत वरण महतो में डोमजूड़ी, डोड़कासाईं, बीरग्राम, दुड़कु, जादूगोड़ा चौक, धीरोल, मानपुर, हरिणा, जुड़ी, पिछली, समेत कुल 36 गांवों का दौरा कर समर्थन माँगा। इस दौरान विशेष रूप से चंद्रशेखर गुप्ता, संजीव भगत, उत्तम भगत, खेलाराम बेसरा, संतोष भंज, विद्युत महतो, हलधर दास, कृष्णा महाकुर, राजू सरदार, आशुतोष दास, सपना महाली, गिरीश सिंह, गाँधी मार्डी, मोना महंती, संजय भगत, संजू बारीक, तरुण भगत, निर्मल भगत, सुधीर गोप, लीलावती गोप, वसुमती भगत, भुदेर भगत, विवेक मंडल, प्रभाष बारीक, सुजीत सरदार, दारे सरदार, अमूल महतो समेत सैकडों कार्यकर्ता मौजूद थे।