नयी दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद की बेटी मीसा भारती और अन्य के खिलाफ धन शोधन के कथित मामले में दिल्ली की एक अदालत में बुधवार को पूरक आरोप पत्र दायर किया. आरोप पत्र में, जांच एजेंसी ने 35 नये आरोपियों को नामजद किया है जिसमें करीब 15 व्यक्ति हैं, बाकी कंपनियां हैं. आरोप पत्र में 15 व्यक्तियों में से आठ चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं जिन्हें आरोपी के तौर पर नामजद किया गया है. आरोप पत्र में आठ हजार करोड़ रुपये के शेयरों के विवरण का भी जिक्र है. यह आरोप पत्र विशेष लोक अभियोजक अतुल त्रिपाठी ने विशेष न्यायाधीश अरुण भारद्वाज के समक्ष दायर किया.
एजेंसी ने दो भाइयों सुरेंद्र कुमार जैन और वीरेंद्र जैन तथा अन्य के खिलाफ जांच के दौरान जुलाई 2017 में फार्महाउस और अन्य स्थानों पर छापेमारी की थी. जैन बंधुओं और अन्य पर मुखौटा कंपनियों के जरिए करोड़ों रुपये के धन शोधन का आरोप है. प्रवर्तन निदेशालय ने चार्टर्ड अकाउंटेंट राजेश अग्रवाल को भी गिरफ्तार किया था. उसने कथित रूप से मध्यस्थता की थी तथा जैन बंधुओं को अग्रिम भुगतान के तौर पर 90 लाख रुपये नकद मुहैया कराए थे, ताकि शेयर प्रीमियम के तौर पर मेसर्स मिशेल पैकर्स एंड प्रिंटर प्रा. लिमिटेड में निवेश किया जा सके. मीसा भारती और उनके पति इस कंपनी में पहले कथित रूप से निदेशक थे.
ईडी ने आरोप लगाया कि जैन बंधु, अग्रवाल और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू प्रसाद की बेटी मीसा भारती तथा उनके दामाद 1.2 करोड़ रुपये का धन शोधन करने में मुख्य रूप से शामिल रहे.