नई दिल्ली: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी ने अपने 25 सदस्यीय मंत्रिमंडल में पांच उपमुख्यमंत्री नियुक्त किए. सीएम हाउस में हुई वाईएसआर कांग्रेस नेताओं की बैठक में यह फैसला लिया गया. सभी नए मंत्री शनिवार को शपथ लेंगे. रेड्डी ने 30 मई को तेलंगाना से अलग होने के बाद आंध्र के दूसरे मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी. चंद्रबाबू नायडू की अगुआई वाली पिछली तेदेपा सरकार में दो उपमुख्यमंत्री कापू समुदाय और पिछड़ा वर्ग से थे. इसके साथ ही राज्य के मुख्यमंत्री नया रिकॉर्ड स्थापित करेंगे, क्योंकि आज तक ऐसा नहीं हुआ है. मुख्यमंत्री के अनुसार, सत्ता में सभी जातियों का संतुलन बनाए रखने के लिए ऐसा किया जा रहा है.वाईएसआर कांग्रेस के विधायक मुस्तफा शेख ने बताया कि कैबिनेट में शामिल पांचों डिप्टी सीएम अलग-अलग समुदाय अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक और कापू समुदाय से होंगे. हम सरकार में सभी वर्गों को बराबर प्रतिनिधित्व देने की कोशिश कर रहे हैं. करीब ढाई साल बाद कामकाज की समीक्षा कर कैबिनेट में बदलाव भी करेंगे. जगनमोहन राज्य के सबसे बेहतर मुख्यमंत्री साबित होंगे. जगनमोहन सरकार ने गुरुवार को चंद्रबाबू नायडू की सरकार के उस विवादित फैसले को बदल दिया था, जिसके तहत सीबीआई को राज्य में जांच और छापेमार कार्रवाई करने की अनुमति पर रोक लगी थी.सीबीआई को अब राज्य में किसी भी भ्रष्टाचार या अन्य मामलों में कार्रवाई का पूरा अधिकार होगा. 8 नवंबर 2018 को तत्कालीन तेदेपा सरकार ने सरकारी आदेश जारी कर उस आम सहमति को वापस ले लिया था, जिसके तहत सीबीआई को राज्य में कार्रवाई का अधिकार मिला था. 46 साल के जगनमोहन आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वायएस राजशेखर रेड्डी के बेटे हैं. वे कडपा लोकसभा सीट से सांसद रह चुके हैं. उन्होंने विधानसभा चुनाव में चंद्रबाबू नायडू को हराया था. चुनाव में वायएसआर कांग्रेस ने 175 में से 151 विधानसभा सीटें अपने नाम कीं, जबकि राज्य में लोकसभा की 25 में से 22 सीटें भी जीतीं.
आंध्र प्रदेश में एक मुख्यमंत्री के साथ होंगे पांच उप-मुख्यमंत्री
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