नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के विधान सभा चुनाव अमरनाथ यात्रा के बाद इस साल के अंत तक करवाये जा सकते हैं. यह महत्वपूर्ण बयान निर्वाचन आयोग ने जारी किया है. चुनाव आयोग ने एलान किया है कि जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव अमरनाथ यात्रा के बाद होंगे. बता दें कि इस साल अमरनाथ यात्रा 1 जुलाई से शुरू हो रही है. अमरनाथ यात्रा डेढ़ महीने यानी कि 46 दिनों तक चलेगी. इसकी समाप्ति 15 अगस्त को होगी. लगभग एक साल पहसे भाजपा-पीडीपी का गठबंधन टूटने के बाद राज्य में राज्यपाल शासन लागू करदिया गया था है. राज्य में करीब एक साल से निर्वाचित सरकार नहीं है.मुख्य विपक्षी दल पीडीपी, कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस ने लोक सभा चुनावों के साथ ही विधानसभा चुनावों की मांग की थी, लेकिन सरकार ने दोनों चुनाव एक साथ कराये जाने की मांग को ठुकरा दिया था. फिल्हाल, चुनाव आयोग ने संकेत दिया है कि अमरनाथ यात्रा खत्म होने के बाद जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव कराए जा सकते हैं. चुनाव आयोग ने इस वर्ष के अंत तक जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव कराने की बात कही है. चुनाव आयोग ने कहा है कि अमरनाथ यात्रा खत्म होने के बाद राज्य में विधानसभा चुनाव की घोषणा कर दी जाएगी. बीते वर्ष 19 जून 2018 को भाजपा ने जम्मू-कश्मीर में अपनी गठबंधन की सरकार को लेकर बयान दिया था कि ‘जम्मू-कश्मीर में बढ़ते कट्टरपंथ और चरमपंथ के चलते सरकार में बने रहना मुश्किल हो गया है.’इसके साथ ही भाजपा ने राज्य में पीडीपी से समर्थन वापस ले लिया था. भाजपा ने करीब तीन साल तक जम्मू-कश्मीर में पीडीपी के साथ सरकार चलाई थी. ये पहला मौका था जब भाजपा जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने में कामयाब हुई थी. जम्मू-कश्मीर में राज्यपाल शासन के बाद से सुरक्षाबलों ने आतंकियों और अलगाववादियों पर सख्ती शुरू कर दी थी. इसका पीडीपी की महबूबा मुफ्ती सहित सभी विपक्षियों ने विरोध भी किया था. विपक्षीदलों ने तो लोकसभा के चुनावों के साथ ही विधानसभा चुनावों की मांग की थी, लेकिन सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के आधार संघीय सरकार ने चुनाव कराने की जिम्मेदारी निर्वाचन आयोग के ऊपर छोड़ दी थी.