शमशेर अहमद
पाकुड़:गिरते भूमि जल स्तर को बढ़ाने के लिए राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई जल शक्ति अभियान का रविवार को व्यापक आगाज हुआ। जिले के सभी प्रखंडों में जल संरक्षण के दिशा में वरीय पदाधिकारियों के साथ स्थानीय पदाधिकारी, कर्मी व आम जनों ने हाथों में कुदाल लेकर श्रमदान किया। अभियान के तहत कई जगहों पर वर्षा जल संचयन के लिए ग्ड्ढ़ा खोदा, ट्रेंच कटिंग, डोभा निर्माण,पौधरोपण,पुराने तालाबों में पानी पहुंचने के लिए रास्ता सुगम किया।
*जल संरक्षण के लिए खोदा गड्ढ़ाः*
उप विकास आयुक्त श्री राम निवास यादव ने केकेएम कालेज परिसर में हाथों में कुदाल लेखर गड्ढ़ा खोदा। वहीं, अमड़ापारा में आइटीडीए निदेशक हीरा लाल मंडल ने हाथों में फांवड़ा, बीडीओ निशआ कुमारी ने कुदाल लेकर जल संचय के लिए गड्ढ़ा होता। महेशपुर प्रखंड व पाकुड़ प्रखंड में अपर समाहर्ता जय किशोर प्रसाद ने संबंधित प्रखंड के बीडीओ क्रमशः रितेश जयसवाल, रौशन कुमार ने हाथों में कुदाल लेकर डोभा निर्माण के लिए गड्ढ़ा खोदा। इसी तरह शेष प्रखंडों हिरणपुर, लिट्टीपाड़ा, पाकुड़िया आदि प्रखंडों में भी प्रखंड विकास पदाधिकारी क्रमशः सत्यवीर रजक, रौशन कुमार आदि के द्वारा स्थानीय लोगों के साथ जल संरक्षण के दिशा में श्रमदान किया।
*पौधरोपण कर दिया जल संरक्षण का संदेशः*
जल शक्ति अभियान के तहत जिले के कई प्रखंडों में पोधरोपण किया गया। स्वयं उप विकास आयुक्त श्री राम निवास यादव व जिला वन प्रमंडल पदाधिकारी श्री महालिंग कुमार ने सदर प्रखंड के धमनी पहाड़पुर में पौधरोपण किया। द्वय पदाधिकारियों के साथ वन विभाग के कर्मियों व आम जनों ने भी जल एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए किए जा रहे कार्य में हिस्सा लिया। इसी तरह नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी पाकुड़ आलोक वरण केसरी के नेतृत्व में नगर परिषद क्षेत्र के विभिन्न वार्डों में पौधरोपण किया गया। कई प्रखंडों में स्वयं सहायता समूह के दीदी द्वारा भी जल संरक्षण के लिए पौधरोपण किया गया।
*क्या है जल शक्ति अभियान*
देशभर में उभरे जल संकट का सामना करने के लिए केंद्र सरकार ने पहली जुलाई से जल शक्ति अभियान की शुरूआत की है। इसका मकसद पूरे देश में पानी को लेकर जानकारी फैलाना और जल संरक्षण को बढ़ावा देना है। केंद्र सरकार के जल शक्ति अभियान के तहत देश के 254 जिलों को टारगेट किया गया। इसके लिए इन जिलों में अधिकारियों को प्रतिनियुक्त किया गया है। झारखंड राज्य के दो जिलों को केंद्र सरकार ने इस अभियान में शामिल किया है।
लेकिन, इसकी जरूरत को भांपते हुए माननीय मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने इस अभियान को पूरे राज्य में शुरू करने का निर्णय लिया है। इसी के तहत आज सात जुलाई से आगामी 15 सितंबर तक राज्य के सभी जिलों में जल शक्ति अभियान के तहत जल संरक्षण के प्रयास किए जाएंगे। ज्यादा से ज्यादा आम लोगों को इस अभियान से जोड़ना है, ताकि वह मानसून के पानी का संचय कर सकें। रविवार को इस अभियान के तहत जिला स्तरीय अधिकारियों के नेतृत्व में स्थानीय अधिकारियों ग्रामीणों ने गड्ढ़ा खोदा, पौधरोपण किया, डोभा बनाय, ट्रेंच कटिंग किया, जागरूकता कार्यक्रम किया, श्रमदान कर वर्षा जल संचय के लिए सुगम रास्ता बनाया।